Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।
Health Tips: मौसम बदलते ही हमारे शरीर पर कई तरह के असर होते हैं। इनमें से एक है गले की खराश और खांसी। अगर आप भी इन दिनों इस समस्या से जूझ रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। यहां हम आपको कुछ 5 ऐसे हर्ब्स और मसालों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके सेवन से छाती में जमे जिद्दी कफ (Cold And Cough) से छुटकारा पा सकेंगे।
बदलते मौसम में लोगों को सबसे ज्यादा सर्दी-खांसी के साथ छाती में बलगम जमने की शिकायत भी रहती है। छाती में जमा कफ से राहत पाने के लिए ज्यादातर लोग एंटीबायोटिक दवाओं का सहारा लेते हैं। लेकिन कई बार इन दवाओं से भी व्यक्ति को आराम नहीं मिलता है। अगर आप भी हर बदलते सीजन में छाती में जमने वाले कफ से परेशान रहते हैं तो ये घरेलू नुस्खे आपकी समस्या दूर कर सकते हैं।
सर्दी-खांसी और गले की खराश जैसी समस्याओं में मुलेठी का सेवन बेहद फायदेमंद होता है। मुलेठी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कफ को कम करने और गले की सूजन को दूर करने में मदद करते हैं। आप मुलेठी के पाउडर को दूध में मिलाकर या फिर मुलेठी की चाय बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं।
कफ से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में पिपल्ली भी काफी फायदेमंद साबित होती है। मार्केट में आपको इसका अर्क भी आसानी से मिल सकता है। आप पिप्पली का पाउडर शहद या गर्म पानी के साथ मिलाकर पी सकते हैं या फिर पिप्पली के तेल को भाप लेने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। दोनों ही तरीकों से सीने में जमा कफ से राहत मिल सकती है।
सीने में जमा कफ से बाहर निकालने में हल्दी भी बेहद कारगर है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण बलगम या कफ की समस्या से राहत दिलाने में काफी प्रभावी हैं। नियमित रूप से हल्दी का सेवन करने से न सिर्फ गले की खराश और खांसी में आराम मिलता है, बल्कि यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। हल्दी का पानी या हल्दी वाला दूध पीने से आप बलगम को आसानी से निकाल सकते हैं और सर्दी-खांसी से जल्दी छुटकारा पा सकते हैं।
नियमित रूप से दालचीनी का पानी पीने से न सिर्फ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी बल्कि आप कई तरह की बीमारियों से सुरक्षित भी रहेंगे। सीने में जमा कफ को दूर करने के लिए आप आधा चम्मच दालचीनी पाउडर या दालचीनी की कुछ छोटी छड़ें लेकर 250 मिलीलीटर पानी में 5 मिनट तक उबाल लें। फिर इसे छानकर गर्म या ठंडा करके पी लें।
सोंठ गले की खराश को शांत करती है और बलगम को पतला करके बाहर निकालने में मदद करती है। इसके अंदर मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण, गले और फेफड़ों में होने वाली सूजन को कम करने में मदद करते हैं। सोंठ का सेवन करने से बलगम पतला होता है और आसानी से निकल जाता है। इसके अलावा, सोंठ में पाए जाने वाले तेल गले में खराश को शांत करते हैं और खांसी को कम करते हैं। गर्म दूध में सोंठ मिलाकर पीने से सर्दी-जुकाम और खांसी से राहत मिलती है।