जयपुर : राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि प्रदेश में ई-सिगरेट की बिक्री किसी भी स्थिति में नहीं होने दी जाएगी। श्री सराफ ने आज यहां स्वयंसेवी संस्था वागधारा की ओर से तंबाकू मुक्त राजस्थान अभियान के तहत आयोजित राज्यस्तरीय कार्यशाला में कहा कि इसके लिये स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी जन प्रतिनिधियों के साथ ही अधिकारियों को पत्र लिखा जा रहा है।
उन्होंने तंबाकू जनित पदार्थों से जानलेवा बीमारियों के कारण हो रही मौतों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि केवल कानून के जरिए इस पर रोक लगा पाना संभव नहीं लेकिन इसके दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूक कर ही इस पर काफी हद तक अंकुश लग सकता है। उन्होंने तंबाकू की बिक्री लाइसेंसशुदा वेंडर्स के जरिए कराए जाने की प्रतिबद्धता जताते हुये कहा कि किसी एक राज्य की बजाय देशभर में तंबाकू के उत्पाद एवं बिक्री पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। किसी एक राज्य में तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने से वहां तस्करी की आशंका अधिक रहती है इसलिए राज्य सरकार तंबाकू उत्पाद की बिक्री लाईसेंसशुदा वेंडर्स के जरिए कराए जाने पर विचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिस प्रकार स्कूल/कॉलेज, चिकित्सा संस्थाएं, आंगनबाड़ी केंद, व अन्य सरकारी संस्थानों को तंबाकूमुक्त किया गया है उसी तरह निजी अस्पतालों को भी तंबाकू मुक्त संस्थान घोषित करने के संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। कार्यशाला के विशिष्ट अतिथि मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस प्रकाशचंद टाटिया ने कहा कि विश्व में तंबाकू जनित रोगों से करीब 70 लाख लोगों की मौत हो रही है। अकेले भारत में मौतों का आंकड़ा 10 लाख है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाज्ञ ही है कि इस त्रास्दी को रोकने के लिए तंबाकू के उत्पादन व बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के संबंध में आयोग द्वारा लिखे गये पत्र पर सरकार की ओर से कोई जवाब नही आया है।