राजस्थान एटीएस पुलिस ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचाने वाले बहुचर्चित भंवरी देवी के अपहरण और हत्या प्रकरण में छह साल से फरार प्रमुख आरोपी इंद्रा विश्नोई को गिरफ्तार कर आज जोधपुर ले गई। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एटीएस) उमेश मिश्रा ने बताया कि टीम की अधिकारी रेणु शर्मा आरोपी इंद्रा विश्नोई को लेकर जोधपुर रवाना हो गई है और संभवत दो बजे तक उसे सीबीआई को सौंप दिया जायगा। वहीं दूसरी ओर इंद्रा विश्नोई की गिरफ्तारी की सूचना पर केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम भी दिल्ली से जोधपुर के लिए रवाना हो गई है।
श्री मिश्रा ने बताया कि आरोपी इंद्रा विश्नोई को एटीएस की टीम ने कल मध्यप्रदेश के देवास में नर्मदा नदी के तट के पास से गिरफ्तार किया था। वह वहां पर गरीब तबके के व्यक्ति की तरह जीवनयापन कर रही थी। उसके पास न तो मोबाइल और न ही ही बैंक खाता और एटीएम था।उन्होंने बताया कि इंद्रा को गिरफ्तार कर कल देर रात जयपुर लाया गया और आज सवेरे उसे जोधपुर भेज दिया गया।उल्लेखनीय है कि राजस्थान की राजनीति में उथल पुथल मचाने वाले इस प्रकरण में सीबीआई और पुलिस ने पूर्व जलदाय मंत्री महिपाल मदेरणा, तत्कालीन विधायक महिपाल सिंह सहित 16 लोगों पर मामला दर्ज किया था। इसके बाद मलखान सिंह की बहन इंद्रा विश्नोई फरार हो गई थी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भंवरी देवी के अपहरण और हत्या के मामले में इंद्रा ही मुख्य आरोपी है जिसने भंवरी द्वारा बनाई गई सीडी को हथियाने के लिए यह साजिश रची थी। इस प्रकरण में महिपाल मदेरणा और मलखान अभी भी जेल की सलाखों के पीछे है। इस प्रकरण में महानगर मजिस्ट्रेट ने अप्रैल-2012 में इंद्रा को भगोड़ा घोषित किया था। इसके बाद सीबीआई ने उस पर पांच लाख रुपए का ईनाम घोषित कर मोस्ट-वांटेड की सूची में डाल दिया था। तीन माह बाद उसे भगोड़ा घोषित किया गया। इस दौरान कोर्ट के आदेश पर दो बार इंद्रा की संपति को नीलाम करने की प्रक्रिया अपनायी गई लेकिन कोई खरीददार नही आने से संपति को नही बेचा जा सका।