अजमेर : पति को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले उसके बड़े भाई और उसकी पत्नी को आखिर मृतक की पत्नी ने जेल की सलाखों के पीछे भिजवा दिया। मामले के अनुसार पारिवारिक झगड़ों की वजह से अवसाद में आकर एक युवक ने फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस थाना नसीराबाद में पति को आत्महत्या के लिए उकसाने और उसके जीवन को समाप्त करने के लिए प्रेरित करने के आरोप में मृतक विजय गर्ग की पत्नी निरंजन गर्ग ने शिकायत दर्ज करवाई थी। लगभग 17 वर्ष पुराने इस मामले में अदालत ने बुधवार को फैसला सुनाते हुए अपने छोटे भाई को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोप में अजय गर्ग और उसकी पत्नी सीमा गर्ग को 6-6 वर्ष के कारावास और 5-5 हजार रुपए के जुर्माने से दंडित किया है।
जानकारी के मुताबिक साल 2004 के फरवरी महीने की 15 तारीख को विजय गर्ग ने घरेलू प्रताडऩा से दुखी होकर फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी थी। इस पूरे मामले में मृतक की पत्नी निरंजन ने पुलिस को रिपोर्ट दी थी कि उसके सुसर, उसके जेठ और जेठानी तीनों ने मिलकर उसके पति को आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया। उसके पति की आय पूरे घर के खर्च के लिए कार्य में ली जाती थी क्योंकि मृतक विजय का कारोबार अच्छा चलता था, जिसकी जलन उसके जेठ अजय और उसकी पत्नी सीमा को होती थी।
कई बार तीनों आरोपियों ने मिलकर निरंजन की पिटाई भी करवाई थी। इस पूरे मामले को गंभीर मानते हुए महिला अत्याचार उत्पीडऩ अदालत ने परिवादिया निरंजन के जेठ लगभग 55 वर्षीय अजय गर्ग और उसकी पत्नी लगभग 50 वर्षीय सीमा गर्ग को आत्महत्या के लिए उकसाने का दोषी मानते हुए दोनों को कारावास और अर्थ दंड की सजा से दंडित किया है। मामले की जानकारी देते हुए सरकारी वकील शशि प्रकाश इंदोरिया ने बताया किअदालत के फैसले के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया।
– कौशल जैन