राजस्थान में डॉक्टरों की हड़ताल आज छठे दिन भी जारी रही जिससे प्रदेश की सरकारी अस्पतालों के हालात खराब रहे और 10 % भी ऑपरेशन नहीं हो सके।
चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने आज फिर डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की और आश्वासन दिया कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा लेकिन इसके बावजूद कुछ वरिष्ठ रेजीडेंट डॉक्टरों को छोड़कर कोई काम पर नहीं आया है।
हड़ताल के कारण जयपुर में सवाई मानसिंह अस्पताल की ओपीडी में आने वाले रोगियों की संख्या आधी रह गई है जबकि प्रदेश के अन्य शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की अस्पतालों के हालात भी खराब रहे।
सरकार ने कल ही सेवारत डॉक्टरों की मांग को मानते हुए चिकित्सा विभाग में अतिरिक्त निदेशक (राजपत्रित) गिरीश पाराशर के स्थान पर डॉक्टर आरएस छीपी को नियुक्त कर नरमी का संकेत दिया था लेकिन भूमिगत डॉक्टर अभी तक सामने नहीं आए हैं।
एक अनुमान के अनुसार डॉक्टरों की हड़ताल के दौरान प्रदेश में इलाज नहीं मिलने के कारण 25 से अधिक लोगों की मौत हुई है लेकिन सरकारी स्तर पर इसकी पुष्टि नहीं की जा रही है। उधर इस हड़ताल के कारण निजी अस्पतालों में रोगियों की भीड़ बढ़ रही है।
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