शारदीय नवरात्र हिंदुओं का बड़ा त्योहार है, जो नौ दिनों तक मनाया जाता है। आज नवरात्र का पांचवा दिन है। इस दिन स्कंदमाता की पूजा-अर्चना की जाती है। देवी मां को प्रसन्न करने के भक्त व्रत भी रखते हैं। माना जाता है कि सच्चे मन से मां दुर्गा के इस रूप की आराधना करने से शत्रुओं का पराजय होता है और मन की इच्छा भी पूरी होती है।
शारदीय नवरात्रि का यह पांचवा दिन विशेष रूप से मां स्कंदमाता की पूजा करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। पूजा पद्धति के अनुसार सभी देवी-देवताओं की पूजा-पाठ नियमित रूप से करनी चाहिए। शास्त्रों में मां स्कंदमाता की पूजा करने का नियम विधि पूर्वक बताया गया है। यदि इस विधि से स्कंदमाता की पूजा की जाए तो मां अपने भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पल भर में पूरा कर देतीं हैं। कल शारदीय नवरात्रि का पांचवा दिन है आप भी जान लें स्कंदमाता की पूजा के नियम।
स्कंदमाता की पूजा के नियम
शास्त्रों के अनुसार स्कंदमाता की पूजा करने के लिए जो नियम ध्यान रखने योग्य हैं और जो पूजा करने की विधि बताई गई है। उसमे सबसे पहले प्रातः काल उठते ही स्नान करें उसके बाद साफ कपड़े पहन लें। पूजा घर में मां की चौकी बनाएं और उस पर नया और साफ वस्त्र रखें। इसके बाद मां स्कंदमाता की प्रतिमा को वहां स्थापित करें। इसके बाद पूजा घर में गंगा जल से शुद्धिकरण करें। ऐसा करने के बाद लाल पुष्प लेकर स्कंदमाता के मंत्रो के साथ उनका आह्वान करें और मां के स्वरूप का ध्यान करें। मां को धूप, पुष्प,पान, सुपारी, बताशा एवं लौंग आदि चढ़ाएं। उसके बाद स्कंदमाता की आरती करें, आरती के बाद शंख बजाएं और जहां स्कंदमाता की प्रतिमा को स्थापित किया है, वहीं मां को दंडवत प्रणाम करें। इस तरह देवी मां की कृपा आपको शीघ्र मिलेगी और आपके घर में सुख-समृद्धि का वास होगा।
यदि आप सरकारी नौकरी पाना चाहते है तो आज आप माता को प्रसन्न करने के लिए नवरात्र के पांचवे दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान कर स्कंदमाता की विधिवत पूजा करें। इसके बाद मां का पसंदीदा भोग लगाएं। मां को केले का भोग बहुत प्रिय है। इसके अलावा आप केसर की खीर या साबूदाने की खीर भी भोग में लगा सकते हैं।
इसके साथ आप सरकारी नौकरी पाने के लिए ये उपाय करें।
अगर आप सरकारी नौकरी हासिल करने की इच्छा रखते हैं, तो इसके लिए घर में भगवान हनुमान की फोटो लगाएं। इसके अलावा आप मंगलवार के दिन श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें। किसी भी महीने के मंगलवार से शुरू करते हुए 40 दिनों तक बजरंगबली के मंदिर में जाएं और उन्हें लाल गुलाब अर्पित करें।