आज हम आपको बताने जा रहे है Pink City में घूमने लायक जगह ! जी हाँ , अगर आपको घूमने का शौंक है और Pink City जाने की सोच रहे है तो आप यहाँ जाना न भूले । बता दे कि भारत की सुंदरता पूरे विश्व में विख्यात है। दुनिया भर से लोग भारत यहां की संस्कृति और यहां के इतिहास को जानने आते हैं।
लेकिन हमारे देश में इतनी जगहें घूमने की हैं कि हम भारतीयों ने भी इसका कुछ हिस्सा ही देखा होगा। इन जगहों में एक सिटी ऐसी भी है जहां आपको घूमने लायक बहुत जगह मिलेगी। बता दे कि गुलाबी शहर राजस्थान का सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है यह शहर पर्यटको के द्वारा बहुत प्रसिद्ध माना जाता है।
मोती डूंगरी गणेश मंदिर : मोती डूंगरी गुलाबी शहर का सबसे आकर्षक धार्मिक स्थल है । जो दर्शको को अपनी और आकर्षिता करता है। यह भगवान गजानंद का मंदिर अपनी दिव्य शक्ति के लिए बहुत लोकप्रिय है। यह मंदिर हमेशा पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है इस मंदिर को देखने आर्किटेक्ट और विद्वान आते है । यह भगवान गणेश की मूर्ति की वजह से विदेशी पर्यटकों का प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक बन गया है । मूर्ति आसन पर है और उनकी मूर्ति पर सिंदूर लगा हुआ है और सूंड पर चाँदी का कवर बहुत ही शुभ माना जाता है । वहाँ पर संगमरमर के पत्थर से मूषक राजा की मूर्ति लोगो के आकर्षण का केंद्र है ।
गलताजी : गलताजी जयपुर में सबसे लोकप्रिय हिंदू तीर्थ स्थल है। यह दीवान राव कृपाराम द्वारा 18 वीं शताब्दी के दौरान बनाया गया था यह मंदिर जयपुर से 10 किमी दूर है । सुंदर अरावली की पहाड़ियों से यह मंदिर घिरा हुआ है । यहाँ पर बहुत घने जंगल है इसलिए यहाँ तापमान बहुत कम रहता है ।
नारहगढ़ किला : जयपुर में उत्तर—पश्चिम में अरावली की पहाड़ी पर स्थित पीले रंग का नारहगढ़ किला गुलाबी नगर की खूबसूरती में चार चांद लगाता है। नाहरगढ़ का किला शहर के लगभग हर कोने से नजर आता हैं। रात में यहां जब लाइटिंग होती है तो इसकी खूबसूरती और बढ़ जाती है। बता दे कि नाहरगढ़ किले को जयपुर के राजा सवाई जय सिंह द्वारा बनाया गया था।
जल महल : जल महल गुलाबी नगर जयपुर के कई ऐतिहासिक स्मारकों में से एक है । जल महल कला विभिन्न स्कूलों में अपनी उत्तम वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है । यह मानसागर झील के बीच में स्थित है । यह महल एक खूबसूरत मोती की तरह जल के मध्य से बाहर उभर रहा है । यह तीन तरफ से अरावली रेंज की पहाड़ियों से धिरा हुआ है ।
जंतर मंतर : सन 1738 में महाराजा सवाई जय सिह के द्वारा जंतर मंतर का निर्माण हुआ था। जयपुर का जंतर-मंतर वेधशाला एक ग्रह है प्रसिद्ध आर्किटेक्ट और बिल्डरों जो वास्तुकला और ग्रहों के आंदोलनों के जटिल और जटिल कानूनों के साथ अच्छी तरह से वाकिफ थे उन सब की मदद से जंतर मंतर का निर्माण हुआ था। यह जगह 19 राज्यो के खगोलीय उपकरणों का घर है। यहां के सभी उपकरण विशेष रूप से डिजाइन किये गए है। जंतर मंतर में 18 तरफ के उपकरण रखे गए है ।