उदयपुर : राजस्थान में वन्य जीवों के संरक्षण एवं विकास के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली वन सुरक्षा एवं प्रबंध समितियों, ग्राम पंचायत स्तरीय संस्थाएं एवं व्यक्तियों के लिए राज्य स्तरीय अमृता देवी विश्नोई स्मृति पुरस्कार हेतु आवेदन आमंत्रित किए हैं। राज्य के अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक जयपुर द्वारा जारी आदेश के अनुसार इसके अन्तर्गत वन विकास एवं वन्य जीव सुरक्षा में उत्कृष्ट कार्य करने वाली वन सुरक्षा एवं प्रबंध समिति, पंचायत, ग्राम स्तरीय संस्थाओं को एक लाख रुपये, वन विकास संरक्षण एवं सुरक्षा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले तथा वन्य जीव संरक्षण एवं सुरक्षा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति को राज्यस्तर पर 50-50 हजार रूपये का पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
आदेशानुसार वर्ष 2016 हेतु प्राप्त प्रस्तावों को राज्यस्तरीय समिति के सम्मुख रखे जाने पर वर्ष 2016 हेतु भी पुन: प्रस्ताव चाहे जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने सम्बद्ध अधिकारियों को वर्ष 2016 एंव 2017 हेतु अधिक से अधिक प्रस्ताव प्राप्त कर प्रस्तावों में वर्णित कार्यो का जिला स्तरीय समिति स्तर पर सत्यापन कराकर तथा संतुष्टि उपरान्त ही प्रस्ताव अतिरिक्त प्रधान वन संरक्षक कार्यालय को समिति की अनुशंसा सहित प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं।
निर्देश दिए हैं कि 30 जून-2017 तक प्रत्येक उप वन संरक्षक से अपने क्षेत्र में वन सुरक्षा, वन विकास एवं वन्य जीव संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति, वन सुरक्षा एवं प्रबंध समिति, पंचायत, ग्राम स्तरीय संस्थाओं से नामांकन करवाना सुनिश्चत करें और जिला स्तरीय समिति से इन प्रस्तावों को अनुमोदन करवाकर अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक जयपुर को 31 जुलाई-2017 तक भिजवाए। गौरतलब है कि स्वर्गीय अमृता देवी विश्नोई के नेतृत्व में आज से करीब 300 साल पूर्व मारवाड़ क्षेत्र के ग्राम खेजडली में 363 स्त्री-पुरूषों द्वारा अपना बलिदान देकर वृक्षों की रक्षा करने की घटना को अविस्मरणीय रखने के लिए सरकार द्वारा यह पुरस्कार दिया जाता हैं।
– वार्ता