खनिज विभाग के कर्मचारी और राजस्थान सशस्त्र बल का जवान ने खनन कार्यों में जब्त बजरी की गाड़ियां छोड़ने की बदले में 60 हजार रुपए की रिश्वत की मांग कर दी। राजस्थान के टोंक जिले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) का भ्रष्ट कर्मचारियों को रंगे हाथों पकड़ने का अभियान जारी है।
एसीबी की टीम ने शनिवार रात लगभग 11बजे टोंक-जयपुर एनएच-12पर गुंसी गाव स्थित बजरी रॉयल्टी नाके पर कार्रवाई करते हुए खनिज विभाग के फोरमेन देशराज मीणा और आरएसी के जवान राजाराम को 52 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
शिकायतकर्ता टोंक निवासी मोहम्मद रफीक ने एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई थी कि जिसमें बताया कि खनन विभाग ने जब्तशुदा बजरी की गाड़ियां जब्त की थी।
इन गाड़ियों को छोड़ने के बदले में निर्धारित सरकारी जुर्माने के अलावा फोरमैन देशराज मीणा और आरएसी का जवान राजाराम 60 हजार रुपए रिश्वत की मांग रखी। एएसपी सिंह ने बताया कि इसी तरह की चैकिंग के दौरान तीन दिन पहले गुंसी नाके पर अवैध रूप से बजरी भरकर जयपुर ले जाये जा रहे दो ट्रक को इस नाके पर पकड़ा गया था।
एएसपी सिंह के अनुसार फरियादी मोहम्मद रफीक ने बीते दिन ही एसीबी को शिकायत करते हुए बताया था कि दोनों आरोपी सरकारी जुर्माने के अलावा दोनों ट्रकों को छोड़ने और उन्हें जयपुर तक बिना किसी रोक-टोक के पंहुचाने के बदले मे 60 हजार रुपये की मांग की जा रही है।
एएसपी सिंह ने बताया कि इसी पर एसीबी नें बीती रात ट्रैप कार्रवाई करते हुए दोनों को 52 हजार रुपये की रिश्वत राशि लेते ट्रैप कर लिया है।
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