मध्यप्रदेश के श्योपुर- मुरैना जिलों में खरीफ की फसल कम वर्षा से सूखने की मांग को लेकर राजस्थान ने कोटा बेराज से पानी कल देर शाम छोड़ दिया।
सिंचाई विभाग के सूत्रों ने बताया कि कम वर्षा से सोयाबीन, धान और उडद आदि फसलों पर श्योपुर और मुरैना जिलों में कम वर्षा से किसानों की फसल सूखने लगी थी। किसानों की मांग चम्बल मुख्य नहर में पानी छोडऩे को लेकर पिछले 10 दिनों से बढ़ गयी थी।
इस संबंध में विभागीय और मंत्री स्तर पर राजस्थान से बात होने के बाद 500 क्यूसेक पानी कोटा बेराज से छोड़ दिया गया है जो मध्यप्रदेश की सीमा पार्वती एक्वाडक्ट पर सोमवार शाम को पहुंचेगा धीरे – धीरे दो दिन में पानी की मात्रा 3000 क्यूसेक से ज्यादा बढाई जायेगी।
सूत्रों ने बताया कि इस नहर द्वारा रवी की मुख्य फसल के लिये सिंचाई का पानी दिया जाता था लेकिन मध्यप्रदेश के इन जिलों में अब तक मात्र 25 प्रतिशत बरसात होने से किसानों की फसल और मवेशियों को पानी देने के लिए तीन हफ्ते के लिए पानी छुड़वाया गया है।