राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने स्वाईन फ्लू की जांच रिपोर्ट देने की अवधि कम करवाने के लिए आवश्यक व्यवस्थाए कर सात घंटे में ही जांच रिपोर्ट उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये।
श्री सराफ ने आज यहां प्रदेश में स्वाईन फ्लू की रोकथाम एवं उपचार के लिए किये जा रहे प्रयासों की विस्तार से समीक्षा की तथा समय पर स्वाईन फ्लू जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में अनवरत 24 घंटे जांच की व्यवस्था करवाने के निर्देश दिये। उन्होनें कहा कि स्वाईन फ्लू के लक्षण प्रतीत होते ही संबंधित व्यक्तियों के नमूने लेकर तत्काल जांच करवाने एवं उन्हें आवश्यकतानुसार उपचार उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिये। उन्होने कहा कि स्वाईन फ्लू के उपचार मे देरी मरीजों के लिए प्राण घातक सिद्ध हो सकती है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध चिकित्सालयों में स्वाईन फ्लू रोगियों के लिए अलग से आईसीयू एवं ओब्र्जवेशन वार्ड की व्यवस्था की गई है। सवाई मानङ्क्षसह चिकित्सालय में 15 बैड के आईसीयू एवं 15 बैड के ही ओब्र्जवेशन वार्ड की व्यवस्था की गई है। उन्होने बताया कि इमरजेन्सी वार्ड में अनवरत 24 घंटे स्वाईन फ्लू के नमूने लेने की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि स्वाईन फ्लू के गंभीर रोगियों के समुचित उपचार के लिए प्रदेश में चार एक्मो मशीनें खरीदना प्रस्तावित है। इन मशीनों पर कार्य करने के लिए संबंधित चिकित्सा कर्मियों को आवश्यक प्रशिक्षण भी प्रदान किया जायेगा।
श्री सराफ ने बताया कि प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में स्वाईन फ्लू के नमूने लेकर जांच करवाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, जिला अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध अस्पतालों में स्वाईन फ्लू के उपचार के लिए आवश्यक दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है एवं इन दवाईयों की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने प्रदेशवासियों से स्वाईन फ्लू के लक्षण प्रतीत होते ही तत्काल चिकित्सक से सम्पर्क कर अपनी जांच व उपचार करवाने की अपील की है। उन्होनें कहा कि स्वाईन फ्लू से डरने की नहीं बल्कि समय पर जांच व उपचार करवाने की जरूरत है। समय पर जांच व उपचार से स्वाईन फ्लू का पूर्ण उपचार सम्भव है।