जहां एक ओर तीन तलाक बिल को लेकर मुस्लिम महिलाएं खुश है वही दूसरी ओर इस बिल को लेकर इसका विरोध भी किया जा रहा है आपको बता दे कि इस बीच , राजस्थान के अजमेर में स्थित हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के खादिम एस.एफ. हसन चिश्ती ने कहा है कि तीन तलाक का विधेयक संसद में पारित कराने से पहले इस्लामिक विद्वानों की राय भी लेनी चाहिए।
एस.एफ. हसन चिश्ती ने तीन तलाक के मुद्दे पर लोकसभा में पास हुए बिल पर कहा कि किसी भी इस्लामिक मुद्दे को लेकर सरकार को शरीयत के जानकारों से एवं इस्लामिक विद्वानों से चर्चा कर आगे बढ़ना चाहिए।
साथ ही उन्होंने देश की राजनैतिक पार्टियों से अपील की है कि वे धार्मिक मामले को राजनीति से ना जोड़। देश में और भी कई मुद्दे हैं जिन पर कार्य होना चाहिए। एस.एफ. हसन चिश्ती ने कहा कि गुनाहगार के लिए कानून को अपना काम करना चाहिए।
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