तुलसी का पौधा घर के सुख-समृद्धि व खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि जिस घर पर हरा-भरा तुलसी का पौधा होता है और नियमित इसकी पूजा की जाती है, वहां मां लक्ष्मी का वास होता है। तुलसी पौधे को लेकर कुछ नियम भी बताए गए हैं, जिसका पालन जरूर करना चाहिए है। वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसे पेड़-पौधों के बारे में बताया गया है, जिसे तुलसी के आस-पास नहीं रखना चाहिए।
तुलसी और पीपल दोनों को ही हिंदू धर्म में पवित्र और पूजनीय माना गया है। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार, पीपल और तुलसी को कभी आसपास नहीं लगाना चाहिए।क्योंकि घर पर तुलसी का पौधा होना जहां सुख-समृद्धि का प्रतीक होता है, वहीं घर पर पीपल का पेड़ या पौधा धनहानि का कारण बन सकता है।
तुलसी का पौधा भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है. यह न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि वास्तु शास्त्र के अनुसार भी घर की ऊर्जा को पॉजिटिव बनाने में मदद करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ पौधों को तुलसी के पास नहीं रखना चाहिए?
तुलसी के आसपास कांटेदार पेड़-पौधे न हों।तुलसी के आसपास कांटेदार पेड़-पौधे होने से यह घर पर तेजी से नकारात्मकता बढ़ती है और यह दुर्भाग्य का कारण बनता है।
मदार या ऐसे कोई भी पेड़-पौधे, जिससे दूध जैसा सफेद पदार्थ निकलता हो, उसे भी तुलसी के आसपास नहीं लगाना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, ऐसे पेड़-पौधों को तुलसी के नजदीक रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह तेजी से बढ़ने लगता है।
घर पर शमी का पौधा लगाना वास्तु के अनुसार शुभ माना गया है।लेकिन तुलसी के आसपास इसे लगाने से बचना चाहिए। अगर आपके घर दोनों पौधे लगे हुए हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि, शमी और तुलसी के पौधे के बीच कम से कम 4-5 फीट की दूरी जरूर हो।