तमिलनाडु के नीलगिरि जिले के कुन्नुर इलाके में जनरल रावत के हेलीकॉप्टर दुर्घटना मामले में एक विशेष टीम का गठन किया गया है। इस टीम का नेतृत्व वायुसेना के एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह कर रहे हैं जिसके बारे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद के दोनों सदनों में जानकारी दी थी। इस दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 अन्य सशस्त्र बलों के जवानों की जान चली गई थी। टीम ने घटना स्थल पर दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए दुर्घटनास्थल पर ड्रोन तैनात किए हैं। फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर पहले से ही बरामद होने के साथ टीम विस्तृत तकनीकी मूल्यांकन करेगी और रक्षा मंत्रालय को एक रिपोर्ट देगी।
रूसी विशेषज्ञ टीम की लेंगे मदद : वायुसेना सूत्र
वायु सेना के सूत्रों ने मीडिया को बताया कि, यदि उड़ान डेटा रिकॉर्डर में पेन ड्राइव को लेकर कोई दिक्कत होती है, तो टीम रूसी रक्षा टीम की विशेषज्ञता की मदद लेगी क्योंकि कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई 17वी 5 हेलीकॉप्टर रूस में बनाया गया था। वायु सेना की विशेष टीम दुर्घटना के विवरण की जांच कर रही है। उन्हें पूर्ण जांच के आदेश दिए गए हैं। बुधवार को जनरल रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोगों के साथ भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने सुलूर हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और कुन्नूर में उतरने से कुछ मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में निर्देशन स्टाफ, दुर्भाग्यपूर्ण हेलिकॉप्टर में अकेले जीवित बचे है और उनका इलाज जारी है।