दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भारतीय जनता पार्टी (AAP) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भ्रष्टाचार किया। उन्होंने अपनी पत्नी की कंपनी को PPE किट सप्लाई करने का ठेका दिया गया। बिना टेंडर के ये ठेका दिया गया। पत्नी की कंपनी को 990 रुपए रेट के हिसाब से ठेका दिया गया। इतना ही नहीं हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने बेटे के पार्टनर्स की कंपनी को भी ठेका दिया।
सिसोदिया ने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के कारनामे भाजपा के नेता द्वारा किए
उन्होंने कहा कि सरमा ने अपने परिवार से जुड़ी एक कंपनी को कोविड पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) किट का ठेका दिया। सिसोदिया ने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के कारनामे भाजपा के नेता द्वारा किए गए, जबकि दूसरी ओर सतेंद्र जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार अभी तक साबित तक नहीं हो पाया है। जवाब में सरमा ने मानहानि का मुकदमा दर्ज करने की बात कही है।
भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाय
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शनिवार को प्रेस कॉफ्रेंस की और एक बड़ा खुलासा करने की बात कही। दरअसल, कथित धन शोधन मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के जवाब में सिसोदिया ने भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगायए। सिसोदिया ने दावा किया, " असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने अपनी पत्नी की कंपनी को ठेका दिया। उन्होंने पीपीई किट के लिए 990 रुपये का भुगतान किया, जबकि अन्य को उसी दिन दूसरी कंपनी से 600 रुपये में खरीदा गया।"
आरोप दो दिन पहले समाचार वेबसाइट द वायर पर प्रकाशित एक खोजी रिपोर्ट पर आधारित थे, जिसका सरमा की पत्नी रिंकी भुयान शर्मा ने "निराधार" के रूप में जोरदार खंडन किया है।
सरमा का जवाब
जवाब में असम सीएम सरमा ने ट्वीट किया, "मेरी पत्नी ने जान बचाने के लिए सरकार को लगभग 1500 (पीपीई) मुफ्त में दान किए। एक बार मुझे दिल्ली के मुर्दाघर से असम के कोरोना पीड़ित का शरीर पाने के लिए 7 दिनों तक इंतजार करना पड़ा, मैं आपके खिलाफ आपराधिक मानहानि दर्ज करूंगा।"
गौरतलब है कि द वायर द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट ने सूचना के अधिकार के जवाबों की सीरीज का हवाला देते हुए दावा किया कि असम सरकार ने हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी और उनके परिवार के व्यापारिक सहयोगी के स्वामित्व वाली तीन फर्मों को चार COVID-19 संबंधित आपातकालीन चिकित्सा आपूर्ति के आदेश दिए थे।