देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में लगी आग पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यानी आज राज्य सरकारों पर पलटवार किया, अब तक राज्य सरकारें ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधती आ रही थी। लेकिन आज पीएम मोदी ने राज्यों से राष्ट्रीय हित में ईंधन पर मूल्य वर्धित कर (वैट) को कम करने और केंद्र-राज्य सरकारों में तालमेल की भावना को बढ़ाने का आग्रह किया। कोविड स्थिति को लेकर मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के दौरान पीएम मोदी ने यह अपील की। उन्होंने कहा, "केंद्र और राज्यों के संयुक्त प्रयासों से ही स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार हुआ है, समन्वय अब अधिक महत्वपूर्ण है, खासकर जब दुनिया युद्ध की स्थिति को देख रही है।"
PM मोदी ने ईंधन के दामों पर राज्य सरकारों से की यह अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि "पूरा विश्व महायुद्ध कि स्थिति का सामना कर रहा है ऐसे में तेल आपूर्ति की सप्लाई पर भी गंभीर असर हुआ है, उन्होंने कहा, इन हालातों में देश की केंद्र और राज्य सरकारों को जनता को राहत पहुंचाने में तालमेल की भावनाओं को बढ़ाने की आवश्यकता है।" एक उदाहरण का हवाला देते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने ईंधन एक्साइज ड्यूटी में कमी की थी ठीक इसी तरह जनता को राहत देने के लिए राज्य सरकारों को भी वैट में कमी करनी चाहिए। कुछ राज्यों ने वैट कम किया लेकिन कुछ ने नहीं किया।
कुछ राज्यों में ईंधन की कीमतें VAT की वजह से है ज्यादा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'वैट में कमी ना होने की वजह से उन राज्यों में ईंधन की कीमतें ज्यादा हैं, जिसका असर राज्यों के लोगों पर पड़ रहा है। मैं किसी की आलोचना नहीं कर रहा हूं बल्कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, झारखंड, तमिलनाडु से अनुरोध कर रहा हूं कि अब वैट कम करें और लोगों को ईंधन कि आसमन छूती कीमतों से राहत दें। पपीएम मोदी बोले, "मैं आपसे राष्ट्रीय हित में और अपने लोगों के कल्याण के लिए अपील कर रहा हूं, कृपया वैट कम करें। जो करना था वह नहीं किया गया, लेकिन कृपया अब सहयोग करें।"
कोरोना को लेकर PM मोदी ने कही यह बात
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कोरोना के बढ़ते आतंक को लेकर कहा कि सभी योग्य बच्चों तक जल्द से जल्द कोविड का टीका मुहैया करना सरकार की प्राथमिकता है और स्कूलों में इसके लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता होगी। पीएम मोदी ने कहा कि यह स्पष्ट है कि कोरोना वायरस का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। पिछले दो हफ्तों में कुछ राज्यों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि सतर्क रहने की जरूरत है। “हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ लगातार राष्ट्रीय और वैश्विक स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। हमें उनके सुझावों पर साथ मिलकर काम करना होगा।"
3T नीति का अच्छी तरह से करना होगा पालन
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण को शुरुआत में ही रोकना हमारी प्राथमिकता भी रही है और इसे आज भी वैसा ही रहना चाहिए। हमें टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की अपनी रणनीति को प्रभावी ढंग से लागू करना होगा। कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति में यह जरूरी है कि हमारे पास अस्पतालों में भर्ती मरीजों का शत-प्रतिशत आरटी-पीसीआर टेस्ट हो, जो इन्फ्लूएंजा के गंभीर मामले हैं।"