पिछले कुछ हफ्तों से देश के बड़े हिस्से में चिलचिलाती धूप व तपिश वाली गर्मी के चलते लोगों का बुरा हाल है। कई जगहों पर पारा 45 डिग्री को पार कर गया है। हालात यह है कि दोपहर के समय सड़क से गर्म भाप निगलती हुई महसूस होती है। दोपहर के समय शहर की सड़कें सूनी नजर आती हैं। देश की राजधानी दिल्ली में तापमान दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी मे मौसम विभाग ने ने शनिवार को कहा कि उत्तर भारत में तापमान 50 डिग्री के निशान को पार कर सकता है।
आईएमडी के शीर्ष वैज्ञानिक ने कहा
मई आमतौर पर सबसे गर्म महीना होता है। IMD के महानिदेशक डॉ एम महापात्र ने ट्रेंड्स को देखते हुए यह अनुमान लगाया है। आईएमडी के शीर्ष वैज्ञानिक ने कहा, "अप्रैल में उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में औसत अधिकतम तापमान पिछले 122 वर्षों में क्रमशः 35.90 डिग्री सेल्सियस और 37.78 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे अधिक है।" बिजली की खपत बढ़ने से कोयले की किल्लत के बीच इस हफ्ते देश के कई राज्यों को बिजली संकट का सामना करना पड़ा है।
इन राज्यों में गर्मी बरपाएंगी कहर
IMD महानिदेशक के अनुसार मई महीने में दिल्ली, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड,लद्दाख, पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान, गुजरात में सामान्य तापमान होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि मई में देश में लगभग सभी हिस्सों में (उत्तर पश्चिम व उत्तर पूर्वी के कुछ हिस्सों और दक्षिण पूर्वी प्रायद्वीप को छोड़कर) सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।
भीषण गर्मी से दिल्लीवासी परेशान
दिल्ली में जारी लू की स्थिति शनिवार को और भीषण हो गई। राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में पारा 42 डिग्री सेल्सियस के नजदीक पहुंच गया। शुक्रवार को यह अधिकतम 46 डिग्री तक गया था। यह 12 साल में अप्रैल महीने में एक दिन का सर्वाधिक तापमान है।राष्ट्रीय राजधानी में 18 अप्रैल 2010 को अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। महीने का अब तक का सर्वकालिक उच्च तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस है, जो 29 अप्रैल 1941 को दर्ज किया गया था।