चेन्नई में तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने कहा कि जब प्रधानमंत्रीयहां तमिलनाडु आए हैं तो मैं कुछ चीजों के लिए उनसे अपील करता हूं। मैं पीएम से भी अपील करता हूं कि उच्च न्यायालय में तमिल को एक आधिकारिक भाषा के रूप में घोषित किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने यहां 31,400 करोड़ के मेगा प्रोजेक्ट का लॉन्च किया। यह कार्यक्रम जवाहर लाल नेहरू इनडोर स्टेडियम में रखा गया था।
डीएमके की सरकार बनने के बाद पीएम मोदी का पहला दौरा
तमिलनाडु के गवर्नर आरएन रवि प्रधानमंत्री का स्वागत करने एयरपोर्ट पहुंचे थे। डीएमके नेता और तमिलनाडु के मंत्री दुराइमुरुगन व के पोनमुदी भी इस मौके पर मौजूद थे। इसके अलावा राज्य में फिशरीज मिनिस्टर एल मुरुगन के साथ पूर्व मुख्यमंत्री एडापड्डी के पलनिस्वामी ने भी कार्यक्रम में शिरकत की। डीएमके सरकार के सत्ता में आने के बाद यह प्रधानमंत्री मोदी का पहला तमिलनाडु दौरा था।
प्रधानमंत्री आवास योजना, शहरी के तहत पूरा होगा
प्रधानमंत्री मोदी ने लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत 1152 घर बनाने का प्रोजेक्ट शुरू किया। यह प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री आवास योजना, शहरी के तहत पूरा होगा और इसमें 116 की लागत आएगी। मोदी ने लाइटहाउस प्रोजेक्ट की शुरुआत 1 जनवरी 2020 को थी। इसके तहत तकनीक का प्रयोग करके जल्दी घऱ बनाने का काम होगा। अब पीएम ड्रोन बेस्ड मॉनिटरिंग से इस प्रोजेक्ट की निगरानी करते रहते हैं।
31 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट का या तो उद्घाटन किया जाएगा
मोदी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा था, चेन्नई में 31 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट का या तो उद्घाटन किया जाएगा या फिर आधारशिला रखी जाएगी। इसमें मुख्य इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे कि रेलवे, पेट्रोलियम, हाउजिंग और रोड शामिल होगा। इसके अलावा इन कार्यों से वाणिज्य और संचार को बल मिलेगा।
तंबारम और चेंगालपट्टू के बीच तीसरी रेलवे लाइन
जिन प्रोजेक्ट को लॉन्च किया गया है उसमें मदुरै-थेनी रेलवे गॉज कन्वर्जन प्रोजेक्ट, तंबारम और चेंगालपट्टू के बीच तीसरी रेलवे लाइन, दो नेचुरल गैस पाइपलाइन, और लाइटहाउस योजना के तहत घरों का निर्माण शामिल है। पीएमओ की प्रेस रिलीज के मुताबिक इसमें से पांच प्रोजेक्ट 2900 करोड़ के हैं।
लोकसभा चुनाव की तैयारी
दरअसल भाजपा ने लोकसभा चुनाव की भी तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए दक्षिण भारत में सीटें बढ़ाने पर पार्टी फोकस कर रही है। इस बार विधानसभा चुनाव में यहां एआईडीएमके को जीत हासिल नहीं हुई थी। वहीं भाजपा को केवल चार सीटों पर संतोष करना पड़ा था।