1 - कोरोना वैक्सीन : भारत बायोटेक की वैक्सीन के पहले चरण का ट्रायल सफल
भारत में स्वदेशी रूप से विकसित भारत बायोटेक के कोविड वैक्सीन के तीसरे चरण के टीकाकरण की शुरुआत में ही इसमें हिस्सा लेने वाले वॉलेंटियरों की संख्या में 70 से 80 प्रतिशत की कमी देखी जा रही है। बता दें कि भारत बायोटेक द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित कोविड-19 कोवाक्सिन (कोवैक्सीन) के पहले चरण के नैदानिक परीक्षण (क्लिनिकल ट्रायल) के अंतरिम निष्कर्षों से पता चला कि इसकी सभी खुराकों को परीक्षण होने वाले समूहों ने अच्छी तरह से सहन किया। इसमें कोई गंभीर या प्रतिकूल प्रभाव सामने नहीं आया। एक प्रीप्रिंट सर्वर मेड्रैक्सिव पर आए निष्कर्षों के अनुसार, कोविड-19 से स्वस्थ हुए मरीजों से एकत्रित किए गए लार पर टीके ने मजबूत असर दिखाया और एंटीबॉडी प्रतिक्रियाओं को बेअसर किया। प्रीप्रिंट सार्वजनिक सर्वर पर जारी एक ऐसा वैज्ञानिक पांडुलिपि का संस्करण है जो परीक्षण से पहले समीक्षा में जाता है। निष्कर्षों से पता चला है कि इसमें केवल एक गंभीर प्रतिकूल घटना की सूचना आई थी हालांकि बाद में इस टीके से उसका संबंध नहीं पाया गया। यह कोवाक्सिन अथवा कोवैक्सीन (बीबीवी152) की सुरक्षा और प्रतिरक्षण क्षमता का मूल्यांकन करने के लिए एक डबल-ब्लाइंड रैंडम नियंत्रित पहले चरण का नैदानिक परीक्षण था।
2 - मोदी सरकार का बड़ा फैसला, चीनी बॉर्डर से जोड़ने वाले सभी राजमार्ग 10 मीटर होंगे चौड़े
बॉर्डर तक पहुंचाने वाले सभी दो लेन वाले राष्ट्रीय रामजार्गों (फीडर रोड) को भी 10 मीटर चौड़ा किया जाएगा। इसमें प्रमुख रूप से जम्मू, कश्मीर, लेह-लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश, सिक्कम सहित दूसरे पहाड़ी क्षेत्रों की राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं शामिल हैं। वर्तमान में बॉर्डर तक पहुंचने वाले दो लेन राष्ट्रीय राजमार्ग 5.5 मीटर चौड़े बनाए जा रहे हैं। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने मंगलवार को पर्वतीय क्षेत्रों विशेषकर चीन बॉर्डर के दो लेन वाले राष्ट्रीय राजमार्ग की चौड़ाई के मानक बदल दिए हैं। इसके साथ ही सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), एनएचएआई, एनएचएआईडीसी, पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियरों व राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भी जारी कर दिया है। वाहनों की संख्या कम होने पर दो लेन राष्ट्रीय राजमार्ग की चौड़ाई 5.5 मीटर चौड़ी कर दी जाती है। इस बाबत मार्च 2018 में नए मानक संबंधी आदेश जारी कर दिए गए थे लेकिन रक्षा मंत्रालय ने इस पर एतराज जताया है।
3 - वर्चुअल मीटिंग : बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना से प्रधानमंत्री मोदी की वर्चुअल मीटिंग आज
गुरुवार को अपनी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना से प्रधानमंत्री मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात में कोविड-19 युग के बाद द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के साथ ही 1965 से पहले चलने वाले रेल नेटवर्क को फिर बहाल करने को लेकर चर्चा हो सकती है। सूत्रों ने बताया कि हल्दीबाड़ी-चिलहाटी रेल लिंक 1965 में हुए भारत-पाक युद्ध की वजह से बर्बाद हो गया था। अब यह रेल लिंक असम और बंगाल को बांग्लादेश से सीधे जोड़ेगा। बता दें कि भारत और बांग्लादेश के बीच लगातार उच्च स्तर पर संपर्क बनाए हुए हैं। इसी के तहत साल 2019 के अक्टूबर महीने में बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना ने भारत का आधिकारिक दौरा किया था तो वहीं पीएम मोदी ने मार्च 2020 में मुजीब बोर्षो (वर्ष) के ऐतिहासिक मौके पर एक वीडियो संदेश भी जारी किया था। सूत्रों के मुताबिक, भारत और बांग्लादेश ट्रांसपोर्ट और कनेक्टिविटी को बढ़ाने पर चर्चा कर सकते हैं।
4 - किसान आंदोलन : सीमाओं पर डटे किसान हटने को तैयार नहीं, आज सुप्रीम कोर्ट में फिर सुनवाई
दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों को हटाने वाली याचिकाओं पर कोर्ट बृहस्पतिवार को (आज) फिर सुनवाई करेगा। आज किसानों के धरना-प्रदर्शन का 22वां दिन है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को नोटिस देकर रास्ता रोकने वाले किसान संगठनों के नाम मांगे हैं। सरकार अदालत में इनके नाम देगी। वहीं, आठ किसान संगठनों को भी सुप्रीम कोर्ट में नोटिस भेजा है। बुधवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कहा, सरकार और किसानों की अब तक हुई बातचीत से समाधान निकलता नहीं दिख रहा है। इसे नाकाम ही होना था। हम दोनों पक्षों की एक कमेटी बना देते हैं, जो आपस में बातचीत कर गतिरोध को समाप्त करेगी। शीर्ष कोर्ट ने दाखिल याचिकाओं पर केंद्र व अन्य को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा है। बता दें कि सरकार के मंत्री किसानों से कानून पर उनकी आपत्तियों को लेकर चर्चा करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने (किसान नेताओं) ने इससे इनकार कर दिया।
5 - COVID - 19 : कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 7.4 करोड़ के पार पहुंची
पूरी दुनिया वैक्सीन का इंतजार कर रही है और इधर कोरोना के मामले भी तेज गति से बढ़ रहे हैं। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के टीके के इंतजार के बीच विश्व में इस कोरोना महामारी से अबतक 7.4 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और 16 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, विश्व के 191 देशों में अबतक 7,40,87,090 लोग कोरोना से संक्रमित हुए है तथा 16 लाख चालीस हजार लोगों की जान जा चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 11 मार्च को कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित किया था। इस महामारी से अमेरिका, भारत और ब्राजील अभी तक से सबसे अधिक प्रभावित देश हैं। बता दें कि भारत में एक दिन में कोविड-19 के 26,382 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 99.32 लाख के पार चले गए।