1 - जान गंवाने वालों के लिए आज 'श्रद्धांजलि दिवस' मनाएंगे किसान, होगी प्रार्थना सभाएं
किसान आंदोलन में जान गंवाने वालों की याद में देशभर के किसान रविवार यानी 20 दिसंबर को 'श्रद्धांजलि दिवस' के रूप में मनाएंगे। इस दौरान प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया जाएगा। पिछले हफ्ते रेवाड़ी पुलिस ने किसानों को दिल्ली की ओर बढ़ने से रोक दिया था। हजारों अन्य किसानों को भी दिल्ली की सीमा में घुसने से रोका जा चुका है। राजस्थान के अलवर में शाहजहांपुर के पास जयसिंहपुरा-खेड़ा गांव में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक किसान नेता ने कहा, 'लाखों किसान दिल्ली की कड़ाके की ठंड के बावजूद सड़कों पर डटे हैं। वे ठंड और सरकार की ओर से पैदा की जा रही हर बाधा का सामना कर रहे हैं क्योंकि वे अपना लक्ष्य पाना चाहते हैं। उनकी सिर्फ यही मांग है कि तीनों कृषि कानून वापस ले लिए जाएं।'
2 - विरोधियों को कमजोर कर खुद को मजबूत कर रही है भाजपा
शनिवार को भाजपा नेता व गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में तृणमूल के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी के साथ एक सांसद और विधायकों ने भाजपा का दामन थामा। इससे साफ है कि राज्य में माहौल बदल रहा है और भाजपा तेजी से मजबूती की तरफ बढ़ रही है। बीते दस साल में तृणमूल कांग्रेस को पहली बार सबसे कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा है। बाहर से भाजपा तो उसे चुनौती दे ही रही है उसके भीतर का असंतोष भी बाहर आने लगा है। बीते पांच साल में उसके कई सांसदों और विधायकों के पार्टी छोड़ने से साफ है कि अब की बार ममता बनर्जी को सत्ता में रहते हुए सबसे कड़ा मुकाबला करना पड़ेगा। खास बात यह है कि भाजपा तृणमूल के साथ कांग्रेस और वामपंथी दलों को भी निशाना बना रही है और उसके कई प्रमुख नेताओं को अपने पाले में ला रही है। बता दें कि बीते लोकसभा चुनावों में 18 सीटें जीतकर भाजपा ने राज्य में अपनी विश्वसनीयता बनाई है और यही वजह है कि दूसरे दलों के नेता अब उसकी तरफ आने में हिचकिचाहट नहीं दिखा रहे हैं।
3 - उद्धव को सोनिया गांधी ने लिखी चिट्ठी, एनसीपी को रास नहीं आई
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी लेकिन सोनिया यह चिट्ठी महाराष्ट्र में उनके तीसरे सहयोगी नेशनल कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी को रास नहीं आई। गठबंधन में तनाव लाने वाली सोनिया गांधी की चिट्ठी ऐसे समय में लिखी गई है जब कांग्रेस नेता राज्य में सरकार चलाए जाने के तरीके से नाखुश हैं। कांग्रेस की ओर से यह भी कहा गया कि सोनिया की चिट्ठी को बातचीत के तौर पर देखा जाना चाहिए न कि टकराव के रूप में लेकिन फिर भी एनसीपी इससे खफा दिखी, जिससे यह कयास लगाए जाने लगे की महाराष्ट्र सरकार में सबकुछ ठीक नहीं है। ध्यान देने वाली बात यह है कि महाराष्ट्र में एक साथ सरकार चला रही शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने जनवरी में होने वाले ग्राम पंचायत चुनावों में अलग-अलग लड़ने का ऐलान किया है, जबकि इससे पहले उद्धव ठाकरे ने यह घोषणा की थी कि महाराष्ट्र का विकास अघाड़ी गठबंधन अब हर चुनाव साथ में लड़ेगा। इससे पहले भी कांग्रेस नेताओं ने कई अपने अधिकार वाले स्थानीय निकायों में पर्याप्त फंड न मिलने को लेकर नाखुशी जाहिर की थी।
4 - J&K Election : जनता ने आतंकवादियों के मंसूबों पर फेरा पानी, DDC चुनाव में बुलेट पर बैलेट भारी
स्थानीय लोगों ने लोकतंत्र में भरोसा दिखाते हुए आतंकवादियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव , जो कि शनिवार को संपन्न हो गया। इस चुनाव में कुल मिलाकर करीब 51 प्रतिशत मतदान हुआ। अब मतों की गिनती 22 दिसंबर को होगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त के के शर्मा ने यहां बताया कि शनिवार को आठवें और अंतिम चरण के मतदान में 28 निर्वाचन क्षेत्रों में करीब 51 प्रतिशत मतदान हुआ। ये क्षेत्र केंद्र शासित प्रदेश के 18 जिलों में फैले हैं। जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लिए जाने के बाद पहली बार यहां चुनाव हो रहे हैं। शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ मामूली घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। शर्मा ने कहा कि चुनाव के अंतिम चरण में 50.98 प्रतिशत मतदान हुआ। जम्मू संभाग में अंतिम चरण में 72.71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया वहीं कश्मीर घाटी में 29.91 प्रतिशत मतदान हुआ।
5 - अमेरिका : बाइडेन की टीम में एक और भारतीय अमेरिकी, वेदांत पटेल व्हाइट हाउस के सहायक प्रेस सचिव नामित
राष्ट्रपति जो बाइडन ने व्हाइट हाउस के कम्युनिकेशन और प्रेस स्टाफ के अतिरिक्त सदस्यों के नामों की घोषणा की है। इसमें भारतीय अमेरिकी वेदांत पटेल को सहायक प्रेस सचिव नामित किया है। पटेल फिलहाल बाइडन की उद्घाटन समिति के वरिष्ठ प्रवक्ता हैं और बाइडन अभियान का हिस्सा भी रहे हैं, जिसमें उन्होंने क्षेत्रीय संवाद निदेशक के तौर पर सेवाएं दी थीं। इससे पहले वह भारतीय-अमेरिकी कांग्रेस सदस्य प्रमिला जयपाल के संवाद निदेशक के तौर पर काम कर चुके हैं। बता दें कि पटेल का जन्म भारत के गुजरात राज्य में हुआ था और वह कैलिफोर्निया में पले-बढ़े।