पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुए हमले की निंदा की और इसे भाजपा द्वारा किया गया फासीवादी हमला तथा चिंतनीय घटना करार दिया। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने कहा कि उन्होंने एक छात्र नेता के तौर पर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी लेकिन शैक्षणिक संस्थान पर कभी ऐसा निर्लज्ज हमला नहीं देखा।
गंगासागर की तीन दिवसीसय यात्रा पर जाने से पहले ममता बनर्जी ने कहा, "देशभर में जो हो रहा है, वह बेहद चिंतनीय है.... मैं भी एक समय छात्र राजनीति का हिस्सा रही हूं लेकिन कभी छात्रों और शैक्षणिक संस्थान पर ऐसा हमला नहीं देखा।’’ उन्होंने कहा, "कल छात्र समुदाय पर फासीवादी हमला हुआ।"
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि भाजपा के खिलाफ जो भी आवाज उठाता है, उसे राष्ट्र विरोधी या पाकिस्तानी करार दे दिया जाता है। बनर्जी ने कहा, "भारत एक लोकतांत्रिक देश है और हमें प्रदर्शन करने का अधिकार है। ऐसे कैसे किसी को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने पर राष्ट्र विरोधी या पाकिस्तानी होने का तमगा दिया जा सकता है।"
इससे पहले रविवार को उन्होंने कहा था, "मैं जेएनयू में विद्यार्थियों, शिक्षकों के खिलाफ की गई क्रूरता की कड़ी निंदा करती हूं। ऐसी नृशंस कार्रवाई को बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं। यह हमारे लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है।" गौरतलब है कि जेएनयू परिसर में रविवार रात लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था जिसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलानी पड़ी थी।