भारत की तरफ से जवाबी कार्रवाई के बाद ब्रिटेन ने टीकाकरण पूरा करवा चुके भारतीय यात्रियों के लिए 10 दिन के क्वॉरंटीन वाले नियम को खत्म कर दिया है। ब्रिटेन के इस फैसले के बाद अब भारत ने भी नरमी दिखाने के संकेत दिए हैं और जवाबी तौर पर ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों पर लागू क्वॉरंटीन नियमों को भी खत्म करने पर विचार किया जा रहा है।
भारतीय यात्रियों के लिए आइसोलेशन में रहने संबंधी अपने नियम को हटाने की ब्रिटेन की घोषणा के एक दिन बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को वहां की अपनी समकक्ष लिज ट्रस से बात की और दोनों देशों के बीच यात्रा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।
Good to talk to UK Foreign Secretary @trussliz.
Agreed to facilitate travel between our two countries.
This will help to implement the Roadmap 2030.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 8, 2021
ब्रिटेन ने बृहस्पतिवार को घोषणा की थी कि ब्रिटेन जाने वाले ऐसे भारतीय यात्रियों के लिए 11 अक्टूबर से क्वॉरंटीन में रहने की जरूरत नहीं होगी जिन्हें कोविशील्ड या ब्रिटेन द्वारा अनुमोदित किसी अन्य टीके की दोनों खुराक लगी हैं।जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस से बात करके अच्छा लगा। दोनों देशों के बीच यात्रा को सुविधाजनक बनाने पर सहमत हुए।
इससे ‘रोडमैप 2030’ को लागू करने में मदद मिलेगी।’’
‘‘रोडमैप 2030’’ को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन के बीच मई में एक डिजिटल शिखर सम्मेलन में स्वीकार किया गया था। इस रोडमैप का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाना और अगले दशक में व्यापार और अर्थव्यवस्था, रक्षा और सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और लोगों से लोगों के बीच संपर्क के प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग का मार्गदर्शन करना है।
भारतीय यात्रियों के लिए पृथक-वास संबंधी नियमों को हटाने की घोषणा भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने बृहस्पतिवार शाम को की थी। एलिस ने कहा था, ”ब्रिटेन जाने वाले ऐसे भारतीय यात्रियों को सोमवार से पृथक-वास में रहने की जरूरत नहीं होगी जिन्हें कोविशील्ड या ब्रिटेन द्वारा अनुमोदित किसी अन्य टीके की दोनों खुराक लगी हैं। अब ब्रिटेन जाना आसान होगा। यह एक अच्छी खबर है।’’ वहीं, अपने नवीनतम यात्रा दिशा-निर्देशों में ब्रिटेन ने कहा कि ”लाल सूची” सात देशों तक सीमित हो जाएगी और भारत समेत 37 नए देशों तथा क्षेत्रों के टीकाकरण के प्रमाण को सोमवार तड़के चार बजे से मान्यता दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि चार अक्टूबर को प्रभावी हुए ब्रिटेन के नए नियमों के अनुसार, कोविशील्ड टीके की दोनों खुराक लगवा चुके भारतीय यात्रियों को 10 दिन के पृथक-वास में रहना अनिवार्य किया गया था। इसके बाद, भारत ने एक जवाबी कदम उठाते हुए ब्रिटेन से भारत पहुंचने वाले ब्रिटिश नागरिकों का 10 दिन का पृथक-वास में रहना अनिवार्य कर दिया था, चाहे उनका पूर्ण रूप से कोविड-19 रोधी टीकाकरण हो चुका हो।