केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को कहा कि पिछले पांच वर्षों में लिंगानुपात में 13 अंकों की बढ़ोतरी हुई जो 918 से बढ़कर 931 हो गया है। उन्होंने कहा कि 2014-15 में एक हजार पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या 918 महिलाएं थीं और 2018-19 के दौरान यह संख्या 931 हो गई।
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स्मृति ने राजस्थान के नागौर जिले का उदाहण दिया जहां ‘कॉफी विथ कलेक्टर’ अभियान की शुरुआत की गई जिसके तहत जिला कलेक्टर जन्म के समय लिंगानुपात में सुधार को लेकर ग्रामीणों से संवाद करता है। लिंगानुपात में सुधार के लिए कारगर प्रयास करने वाले राज्यों एवं जिलों को पुरस्कृत करने के समारोह में मंत्री ने कहा, ‘‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की शुरुआत से केंद्र और राज्य सरकारों ने जनभागीदारी के साथ लगातार यह प्रयास किया है कि हमारी बेटियों की क्षमता का जश्न बनाया जाए। इन प्रयासों का नतीजा है कि पिछले पांच वर्षों में लिंगानुपात में 13 अंकों की बढ़ोतरी हुई है।’’
उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में जन्म के समय लिंगानुपात में सुधार को दोगुना करने के लिए प्रयास करने चाहिए। जन्म के समय लिंगानुपात के मामले में बेहतरीन प्रयासों और सुधार के लिए हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश को पुरस्कृत किया गया। कई जिलों को भी पुरस्कृत किया गया।