कांग्रेस समेत 14 विपक्षी दलों के नेताओं ने पेगासस जासूसी प्रकरण और अन्य मुद्दों पर संसद के मौजूदा मानसून सत्र के दौरान सरकार को घेरने एवं दबाव बनाने की रणनीति पर बुधवार को चर्चा की। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई इस बैठक में खड़गे के अलावा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, शिवसेना के संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल, द्रमुक के टीआर बालू और अन्य दलों के नेता मौजूद थे।
पेगासस मामले की जांच कई देशों में हो रही हैं तो भाजपा इसकी जांच अपने देश में क्यों नहीं कर रही है
बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि पेगासस जासूसी कांड को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं करेंगे। वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि “हम चाहते हैं कि सदन चले और वहां पेगासस मामले पर चर्चा हो। पेगासस मामले की जांच कई देशों में हो रही हैं तो भाजपा इसकी जांच अपने देश में क्यों नहीं कर रही है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को इसकी जांच करवानी चाहिए।”
नक़वी का कांग्रेस पर पलटवार
वहीं कांग्रेस पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि “कांग्रेस से अपना घर संभल नहीं रहा। आज भी अधिकांश विपक्ष के लोग चाहते हैं कि संसद चले, वाद-विवाद और चर्चा होनी चाहिए। लेकिन कांग्रेस अपने नकारात्मक फैसलों को विपक्ष पर थोपकर विपक्ष की अन्य पार्टियों की सकारात्मक सोच को भी बंधक बनाना चाहती है।”
राहुल गांधी और कई अन्य नेताओं ने बुधवार को पेगासस के मुद्दे पर लोकसभा में कार्यस्थगन का नोटिस भी दिया
राहुल गांधी और कई अन्य नेताओं ने बुधवार को पेगासस के मुद्दे पर लोकसभा में कार्यस्थगन का नोटिस भी दिया है। पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है। 19 जुलाई से मॉनसून सत्र आरंभ हुआ था, लेकिन अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है। विपक्षी दलों का कहना है कि पेगासस जासूसी मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए सरकार के तैयार होने के बाद ही संसद में गतिरोध खत्म होगा।