लुधियाना- दौलेवाल : नशा तस्करी के लिए बदनाम मोगा जिला के गांव दौलेवाल में पंजाब पुलिस ने लगातार आज चौथे दिन भी रेड की। दो भगौड़े तस्करों को दबोचने की खातिर की गई इस रेड में काफी मशक्कत के बाद सिर्फ एक को ही काबू किया जा सका। सूत्रों के मुताबिक दोपहर बाद की गई इस कार्यवाही में पुलिस ने एक घर में छिपे भगौड़े तस्कर बलवंत सिंह को काबू कर लिया है जबकि उसका एक अन्य सहयोगी चकमा देकर भागने में कामयाब रहा। जिक्रयोग है कि रविवार की रात को कस्बा कोटईसेखां में एक शादी के दौरान पुलिस ने चार भगौड़े तस्करों को काबू किया था, इस दौरान मौजूद कुछ लोगों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया, जिसकी आड़ में दोनों तस्कर भाग निकले थे। इसी संबंध में पुलिस ने 22 लोगों पर मामला दर्ज करके रेड पर रेड की थी लेकिन पुलिस के हाथ खाली रहे। आज सुबह अढ़ाई घंटे तक पुलिस ने गांव में नाकाबंदी करके प्रत्येक घर में सर्च अभियान चलाया लेकिन ना तो कोई तस्कर हाथ लगा और ना ही नशे का सामान बरामद हुआ। डीसीपी डी सर्वजीत सिंह ने स्पष्ट किया कि नशे के लिए बदनाम गांव दौलेवाल का हर एक बाशिंदा जब तक सुधर नहीं जाता, तब तक पुलिस की रेड होती रहेंगी।
चाहे यहां से कुछ मिले या ना मिले। जिक्रयोग है कि पूर्व डीजीपी पीएस गिल स्वयं इस गांव में जाकर लोगों के आगे हाथ जोड़कर तस्करी का धंधा छोडऩे की गौहार लगा चुके है। लेकिन लोगों ने नशा तस्करी का धंधा नहीं छोड़ा। जानकाी के मुताबिक दौलेवाल गांव की आबादी 2000 के करीब है और गांव के 80 फीसदी लोग किसी ना किसी तरह की नशा तस्करी से जुड़े हुए है। गांव के करीब 250 आरोपी नशा तस्करी में भगौड़े करार दिए जा चुके है। यह भी पता चला है कि गांव की महिलाएं भी तस्करी के धंधे में संलिप्त है। 150 के करीब महिलाएं नशा तस्करी के विभिन्न मामलों में नामजद है। जबकि 5 दर्जन से अधिक भगौड़ी है। उधर सीआईए स्टाफ के प्रभारी किकर सिंह का कहना है कि दबोचे गए बलवंत सिंह क ो रिमांड में लेकर नशा तस्करी से जुड़े दूसरे लोगों तक पुलिस पहुंच जाएंगी।
– सुनीलराय कामरेड