वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर भारत में बरकरार है। वायरस के फैलाव को रोकने के लिए केंद्र सरकार के तरफ 24 मार्च से तीदेशव्यापी लॉकडाउन लागू है। यह लॉकडाउन तीन चरणों में 17 मई तक जारी है। वहीं सोमवार को रेलवे ने नया दिशा-निर्देश जारी किया है।
इस नए दिशा-निर्देश के अनुसार अब श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 1200 यात्रियों के बजाए 1700 मजदूर यात्रा कर सकेंगे। वहीं श्रमिक ट्रेन अब तीन स्टेशनों पर भी रुकेगी।रेलवे ने कहा कि एक मई से अब तक 366 श्रमिक ट्रेन का संचालन किया गया है और करीब चार लाख प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाया है।
गौरतलब है कि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर रेलवे बीते छह दिनों से रोजाना 300 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला रही है। रेल मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर रेलवे बीते छह दिनों से रोजाना 300 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला रही है। मैं सभी राज्यों से श्रमिकों को वहां से निकालने और घर वापस लाने की अनुमति देने की अपील करता हूं । जिससे कि रेलवे अगले तीन से चार दिनों में सभी को वापस उनके घर पहुंचा सके।”
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बता दें कि लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूर लंबे समय से फंसे हुए थे जिसको ध्यान में रखते हुए केंद्र ने मजदूरों को घर पहुंचाने की जिम्मेदारी ली। प्रवासी मजदूरों को घर वापस भेजने के लिए बीते कुछ दिनों से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाए जा रहे हैं। वहीं लॉकडाउन के तीसरे चरण के बीच भारतीय रेलवे ने कुछ यात्री ट्रेन शुरू करने का फैसला किया है। 12 मई से 15 यात्री ट्रेनों का संचालन दोबारा शुरू हो रहा है। यह सभी स्पेशल ट्रेनें होंगी जिसे नई दिल्ली से देश के अलग-अलग 15 हिस्सों में चलाया जाएगा। सभी ट्रेनों की बुकिंग ऑनलाइन की जाएगी।