लॉकडाउन से पहले भारत में फंसे 179 पाकिस्तानियों की बुधवार को वतन वापसी हुई। अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए इन सभी पाकिस्तानियों को वापस भेजा गया। ये सभी पाकिस्तानी छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड और दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों में फंसे हुए थे।
दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास ने इन नागरिकों की सूची केंद्रीय ग्रह मंत्रालय को भेजी थी। यह सूची आईसीपी में तैनात इमिग्रेशन अधिकारियों के पास पहुंच गई है। आईसीपी में तैनात मेडिकल टीम ने इन यात्रियों की शरीरिक जांच शुरू कर दी है। जो यात्री जांच करवा चुके है, उन्हें विशेष सुरक्षा में अटारी सीमा पर पहुंचाया जा रहा है।
वायुसेना में शामिल हुई लड़ाकू विमान तेजस की दूसरी स्क्वाड्रन, इजरायल की मिसाइल से है लैस
बीएसएफ के जवान कोरोना वायरस के बचाव के लिए तय मापदंडों का पालन करते हुए उनके दस्तावेज की जांच कर रहे है। पाकिस्तान जाने वाले यात्रियों में बच्चे व महिलाएं भी शामिल हैं। यह सभी लोग लॉकडाउन से पहले अपने रिश्तेदारों व अन्य समारोह में शामिल होने के भारत आए थे।
20 मार्च से अब तक अटारी-वाघा बॉर्डर से भारत में फंसे 400 से अधिक पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा गया है। फंसे हुए पाकिस्तानियों के सुरक्षित और सुगम प्रत्यावर्तन के लिए प्रधानमंत्री ने निर्देश दिए थे।