नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर अपना पक्ष रखने की मांग की है जिन पर दिल्ली विधानसभा से अयोग्य घोषित किए जाने की तलवार लटक रही है। यह जानकारी आज उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दी। 20 विधायकों की बैठक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सिसोदिया और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ आज मुख्यमंत्री आवास पर हुई जिसके बाद राष्ट्रपति से मिलने का निर्णय किया गया। सिसोदिया ने कहा, ‘‘हम राष्ट्रपति से मिलने का समय मांग रहे हैं और विधायक उन्हें बताएंगे कि यह पक्षपातपूर्ण अनुशंसा है और नैसर्गिक न्याय के विपरीत है।’’
चुनाव आयोग ने कल राष्ट्रपति से अनुशंसा की थी कि लाभ के पद पर रहने के लिए 20 विधायकों को अयोग्य घोषित किया जाए जिससे विधानसभा से उनके निष्कासन का रास्ता साफ हो गया है। सिसोदिया ने कहा कि इस मामले में आप अदालत का भी दरवाजा खटखटाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अदालत में न्याय मिलने की उम्मीद है और मामला वहां नहीं टिकेगा। अगर हमें अदालत में भी न्याय नहीं मिलता है तो हम जनता की अदालत में जाएंगे जो सबसे बड़ी अदालत है।’’
रोहतास नगर से आप की विधायक सरिता सिंह ने भी सिसोदिया के विचारों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि संसदीय सचिवों को आर्थिक लाभ नहीं मिलता है। इसके बजाए संसदीय सचिवों को अपनी जेब से पैसे खर्च करने पड़ते हैं। चांदनी चौक से आप की विधायक अल्का लांबा ने कहा कि आप के सभी 20 विधायकों ने राष्ट्रपति से व्यक्तिगत स्तर पर मिलने का वक्त मांगा है। लांबा ने कहा, ‘‘साथ ही सभी 20 विधायकों के लिए एक याचिका भी तैयार की जा रही है।’’
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