तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में इंडियन बैंक ने ग्राहकों की सहूलियत को देखते हुए ऑटोमेटेड टेलर मशीन (एटीएम) में 200 रुपये के नोटों को अधिक भरने का फैसला किया है। इसके साथ ही दो हजार रुपये के नोटों को मशीन में नहीं रखने का फैसला किया गया है। एक वरिष्ठ बैंक अधिकारी ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।
इंडियन बैंक के एक अधिकारी ने कहा, ‘एटीएम से नकदी निकालने के बाद ग्राहक छोटी मूल्य वर्ग के करेंसी नोटों के लिए 2000 रुपये के नोट बदलवाने के लिए बैंक शाखाओं में आते हैं। इससे बचने के लिए हमने तत्काल प्रभाव से एटीएम में 2,000 रुपये के नोटों को लोड करने से रोकने का फैसला किया है।’
उन्होंने कहा कि ग्राहक बैंक शाखाओं से 2000 रुपये के नोट निकाल सकते हैं और वे उन्हें बैंक शाखाओं और एटीएम में भी जमा कर सकते हैं।
इंडियन बैंक एटीएम की करेंसी कैसेट्स में 2,000 रुपये के बजाय 200 रुपये मूल्य वर्ग के नोट भरने का काम करेगा। बैंक के मुताबिक, एक मार्च के बाद एटीएम में बचे 2,000 के नोटों को निकाल लिया जाएगा।
हालांकि अभी यह फैसला केवल इंडियन बैंक ने ही किया है और अन्य सार्वजनिक व निजी क्षेत्र के बैंकों ने इसका पालन नहीं किया है।
फाइनेंशियल सॉफ्टवेयर एंड सिस्टम (एफएसएस) के अध्यक्ष वी. बालासुब्रमण्यम ने कहा, ‘हमारे पास निजी बैंकों से 2,000 रुपये के नोटों को एटीएम में लोड करने से रोकने के लिए कोई निर्देश या जानकारी नहीं है।’
कंपनी देश के कई बैंकों के एटीएम नेटवर्क का प्रबंधन करती है।
बालासुब्रमण्यम ने कहा कि बैंकों के विलय से बड़े शहरों में एटीएम की संख्या कम हो सकती है और टियर-तीन व टियर-चार शहरों में इन मशीनों की स्थापना की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि बैंक नई शाखाएं भी खोल रहे हैं और प्रत्येक शाखा में एक ऑन-साइट एटीएम होगा।
बालासुब्रमण्यम के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ज्यादा संख्या में एटीएम के लिए अनुरोध के तौर पर रिक्वेस्ट ऑफ प्रपोजल (आरएफपी) लेकर आया है।