देश में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी उठापटक शुरू हो गई है और नरेंद्र मोदी को चुनाव में पराजित करने के लिए विपक्ष एकजुट कार्यक्रम लगा हुआ हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पहल में सबसे पहले अपना सहयोग दिया था। इसी को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने आज के दिन यह स्पष्ट किया कि अब वक्त आ गया है कि मोदी को सत्ता से बेदखल कर दें और भाजपा के नताओं को कुछ सालों के लिए सन्यास के लिए भेज दिया जाए। यहां आयोजित रैली में एक मंच पर कई विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में पवार ने यह बात कही। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों का आत्महत्या करना कोई समाधान नहीं है और असली समाधान सरकार में बदलाव लाने से होगा।
किसानों और युवाओं का आत्महत्या करना कोई समाधान नहीं- पवार
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) द्वारा आयोजित एक विशाल रैली में पवार ने कहा कि किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर विरोध-प्रदर्शन किया, लेकिन केंद्र सरकार ने बहुत लंबे समय तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया। रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल सहित अन्य नेता भी शामिल हुए। पवार ने कहा कि किसानों और युवाओं का आत्महत्या करना कोई समाधान नहीं है, जबकि बदलाव लाना वास्तविक समाधान है और सभी को 2024 में केंद्र में सरकार बदलने की दिशा में प्रयास करना चाहिए।
2024 के चुनाव काफी अहम- पीएम नरेंद्र मोदी
राकांपा नेता ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान नेताओं के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने का वादा किया था, लेकिन अभी तक इसे पूरा नहीं किया है। रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस और वाम दलों समेत सभी विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की और कहा कि ‘‘विपक्षी दलों का यह मुख्य मोर्चा’’ ये सुनिश्चित करेगा कि 2024 के आम चुनाव में भाजपा को बुरी तरह शिकस्त मिले। कुमार ने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘तीसरे मोर्चे का कोई सवाल ही नहीं है। कांग्रेस को साथ लेकर एक मोर्चा होना चाहिए, तभी हम 2024 में भाजपा को हरा सकते हैं।’’ बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा पहले तो ‘महंगाई डायन मार गई’ का राग अलापती थी, लेकिन अब ‘‘महंगाई’’ इसकी (भाजपा) ‘‘भौजाई’’ हो गई है।