नई दिल्ली : झारखंड के हजारीबाग के मजदूरों का विदेश में फंसने का सिलसिला जारी है। बोकारो जिले के बगोदर, विष्णुगढ़, गोमिया और पीरटांड़ थाना क्षेत्र के 41 मजदूर सउदी अरब के रियाद में फंसे हैं। सभी मजदूर वर्ष 2016 में ट्रांसमिशन लाइन में काम करने रियाद गए थे। मजदूरों ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वीडियो-फोटो भेजकर अपना दुखड़ा व्यक्त किया है। वहां फंसे मजदूरों ने वतन वापसी की मांग की है।
वीडियो में मजदूरों ने कहा है कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई है। एलएनटी कंपनी में काम देने की बात कहकर सभी को ले जाया गया मगर एटीसी कंपनी में काम पर लगाया गया। मजदूरों ने कहा है कि जुलाई 2016 में वे सभी सऊदी अरब आए थे। वहां ट्रांसमिशन लाइन में काम पर लगाया गया। एक साल तक उन्हें मजदूरी समय पर मिली, मगर अक्तूबर 2017 के बाद से मजदूरी नहीं दी जा रही है। साथ हीं उन्हें दिनभर में एक बार ही खाना दिया जा रहा है।
मजदूरों ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से वतन वापसी की मांग की है। इधर, प्रवासी मजदूरों के हित के लिए व्हाट्सएप पर प्रवासी ग्रुप चला रहे बगोदर के सिकंदर अली ने बताया कि सऊदी अरब में फंसे सभी मजदूर गिरिडीह के बगोदर, पीरटांड़, हजारीबाग के विष्णुगढ़ एवं बोकारो जिले के गोमिया इलाके के रहनेवाले हैं। वहां फंसे मजदूरों में बगोदर के विजय महतो, गोबिंद महतो, टोकन महतो, बाबूलाल महतो, रेवतलाल महतो, शहदेव महतो, दुलारचंद महतो, लालजीत कुमार, पीरटांड़ के अजय महतो, विष्णुगढ़ के खीरोधर महतो, रवी कुमार, कौलेश्वर महतो, रेशो महतो, गोमिया के मनोज महतो सहित 41 मजदूर शामिल हैं।