संसद का बजट सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है, ऐसें में आज बुधवार को केंद्र की मोदी सरकार में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में एक अहम जानकारी साझा की है। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद से अब तक 439 आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि केंद्र शासित प्रदेश में 541 आतंकवाद से संबंधित घटनाएं दर्ज की गई हैं।
5 अगस्त 2019 से 26 जनवरी 2022 तक 541 आतंकी घटनाएं हुई
नित्यानंद राय ने राज्यसभा सांसद नीरज डांगी को एक लिखित जवाब में बताया कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से यानी 5 अगस्त 2019 से 26 जनवरी 2022 तक 541 आतंकी घटनाएं हुई हैं, जबकि 439 आतंकवादी मारे गए और 98 नागरिक मारे गए और 109 सुरक्षा बल (एसएफ) शहीद हुए हैं।
आपको बता दें कि राज्यसभा में आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुई आतंकी घटनाओं को लेकर पूछा गया था। साथ ही यह भी पूछा गया था कि इस दौरान अब तक कुल कितने सुरक्षाकर्मी आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए हैं।
मुठभेड़ के दौरान किसी भी महत्वपूर्ण सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं हुआ
गृह राज्य मंत्री ने उच्च सदन को आगे बताया कि इन घटनाओं के दौरान किसी भी महत्वपूर्ण सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, “हालांकि लगभग 5.3 करोड़ रुपये की निजी संपत्ति के नुकसान का आकलन किया गया है।” संसद का 2022 का बजट सत्र 31 जनवरी को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ। बजट सत्र का पहला भाग 31 जनवरी से 11 फरवरी तक और दूसरा भाग 14 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा।
जनवरी में मारे गए इतने दहशतगर्द
जनवरी में ही सुरक्षा बलों ने अब तक 11 मुठभेड़ों में पाकिस्तान के आठ समेत 21 आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। सुरक्षा बलों ने कश्मीर घाटी में हालिया नागरिक हत्याओं के बाद आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिया है जो विशेष रूप से इस क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदायों और प्रवासियों को टार्गेट करते हैं।