राजस्थान के जालौर और सांचौर में आयी बाढ़ से देश की सबसे बड़ी गोशाला संस्थान पथमेड़ा व इसकी शाखाओं में पांच सौ से अधिक गौवंश की मौत हो गई तथा तीन हजार से अधिक बीमार हो गयी है।
गौशाला प्रबंधन के अनुसार पथमेड़ा समेत इससे संबद्ध 18 गौशालाओं में तेज बारिश के कारण 536 गोवंश की मौत हो गई है। गौशाला प्रबंधन के अनुसार पांचला बांध टूटने से गौधाम पथमेड़ा व इससे संबंधित गौशालाओंं में तेज वेग से पानी का बहाव हुआ। पानी का बहाव इतना तेज था कि वह गौवंश को अपने साथ बहाकर ले गया। बाढ़ का बहाव इतना तेज था कि उसमें गौशाला में बने बाड़े, शेड़ के साथ ही कई पेड़ पौधे बह गए। गौशाला में अभी भी पानी भरा होने से स्थिति विकट बनी हुई है।
बताया जाता है कि पथमेड़ा गौधाम समेत इसकी 18 शाखाओं में करीब 37 हजार गोवंश है। इनमें से बाढ़ की चपेट में आने से 536 गौवंश की मौत हो चुकी है। वहीं तीन हजार 315 गोवंश मरणासन्न अवस्था में है। गोशाला में इतनी बड़ी संख्या में गायों के बीमार होने के कारण वहां दवाईयों और पौष्टिक आहार व चारे की कमी हो गयी है।
सांचौर के उप खंडाधिकारी मुरारी लाल शर्मा ने बताया कि बाढ़ के कारण गौशाला में बीमार जानवरों के उपचार के लिये जिला प्रशासन ने पथमेड़ा, गोलासन व पालड़ी में पशु चिकित्सा विभाग की एक-एक टीम को पर्याप्त दवाईयों के स्टॉक के साथ तैनात किया है।