पश्चिम बंगाल की दो लोकसभा सीट कूचबिहार और अलीपुरद्वार में गुरुवार को हुए मतदान में लोगों ने अपने मताधिकार का जमकर प्रयोग किया और वहां क्रमश: 81.94 और 81.5 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। दोनों लोकसभा क्षेत्रों में गुरुवार सुबह सात बजे मतदान शुरू होने से पहले ही मतदाताओं की लंबी कतारें दिखने लगीं थी।
कूचबिहार में ईवीएम खराब हो जाने के कारण मतदान प्रक्रिया कुछ देर के लिए बाधित हो गयी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने दावा किया कि कूचबिहार में तृणमूल समर्थकों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया जिसमें पार्टी के सात कार्यकर्ता घायल हो गये। इनमें से तीन कार्यकर्ता गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं जबकि अन्य चार समर्थकों को मामूली चोटें आयी हैं।
भाजपा ने कूचबिहार के बारोशोलमारी इलाके में अज्ञात व्यक्ति द्वारा एक ईवीएम मशीन तोड़ जाने को लेकर तृणमूल पर आरोप लगाया है। भाजपा ने सत्तारूढ़ टीएमसी द्वारा ईवीएम बटन पर‘नेल पॉलिश’का निशान लगाकर मतदाता की पहचान करने का भी दावा किया है।
पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि कूचबिहार निर्वाचन क्षेत्र के मारुगंज के 8/105 बूथ पर ईवीएम में भाजपा के बटन पर नेल पॉलिश का निशान लगाया गया है। उन्होंने दावा किया कि यह सब तृणमूल ने भाजपा को वोट देने वालों की पहचान करने के लिए किया है।
प्रदेश भाजपा नेताओं ने चुनाव आयोग से पश्चिम बंगाल के 700 बूथों पर हुई हिंसा के लिए शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंसा उन्हीं क्षेत्रों में हुई है जहां राज्य पुलिस तैनात थी।
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने दोबारा चुनाव कराने की मांग की है। भाजपा के उम्मीदवार निशीथ प्रमाणिक ने आरोप लगाया कि कूचबिहार के सिताई 6/257 और 258 पोलिंग बूथों पर बड़ पैमाने में धांधली हुई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस कर्मी तृणमूल के ‘गुंडों’ के आगे बेबस नजर आए। दूसरी तरफ तृणमूल के मंत्री रवीन्द्रनाथ घोष ने आरोप लगाया कि केंद्रीय बल चुनाव में हस्तक्षेप कर रहा है।
श्री घोष कूचबिहार के पोलिंग बूथ पर अपना मत डालने के बाद बीएसएफ के जवान से उलझ गये। उन्होंने जवान के बूथ के अंदर घुसने को लेकर सवाल किया। मंत्री ने आरोप लगाया कि जवान उन्हें धमकी दे रहा था। उन्होंने साथ ही इसे साजिश बताया और कहा कि वह जिला अधिकारी से इस बाबत शिकायत करेंगे।
श्री घोष ने कहा,‘‘ कैसे इतने सारे ईवीएम खराब हो गये? मुझे इसमें साजिश नजर आ रही है। मैंने चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज करनी चाही थी लेकिन वे वहां नहीं हैं इसलिए मैंने जिला अधिकारी को इस बारे में जानकारी दी है।’’ विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मतदान शांतिपूर्ण रहा। राज्य पुलिस चुनाव प्रक्रिया में सहयोग कर रही है।’’