हिमाचल में 82 सड़कें बंद, मंगलवार तक 50 खोलने की तैयारी : मंत्री विक्रमादित्य सिंह

हिमाचल में 82 सड़कें बंद, मंगलवार तक 50 खोलने की तैयारी : मंत्री विक्रमादित्य सिंह
Published on

हिमाचल : प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से भूस्खलन और बारिश के कारण मलबा आने से फिलहाल 82 सड़कें बंद हैं। राज्य के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोमवार को बताया कि इनमें से 50 को मंगलवार तक खोलने की योजना है। सिंह ने यहां मीडिया को बताया, पूरे प्रदेश में बारिश हो रही है। कई इलाकों में पिछले कुछ दिनों में काफी नुकसान हुआ है। सरकार गंभीरता से राहत पहुंचाने का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश सचिवालय में उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक की थी। उन्होंने जहां सड़कें बंद हैं वहां जमीनी स्तर पर राहत पहुंचाने का निर्देश दिया है।

Highlight : 

  • हिमाचल में मंगलवार तक 50 सड़कें खोलने की तैयारी
  • प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से 82 सड़कें बंद
  • सरकार गंभीरता से राहत पहुंचाने का कार्य कर रही है

पूरे प्रदेश में अभी 82 सड़कें बंद

उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में अभी 82 सड़कें बंद हैं। यह स्थिति रोज बदलती रहती है। मलबे आते हैं और मशीनों को लगाकर उनको हटा दिया जाता है। उन्होंने कहा, 6 अगस्त तक इसमें करीब 50 सड़कों को खोल दिया जाएगा और उसके बाद बाकी की 32 सड़कों को खोलने का प्रयास किया जाएगा। शिमला, कुल्लू और मंडी के डिप्टी कमिश्नर से इसको लेकर चर्चा हुई है। मंत्री ने बताया कि प्रभावित परिवारों को सरकार ने 50-50 हजार रुपये तक देने की घोषणा की है। प्रभावित इलाकों में पोकलेन और जेसीबी मशीनों की मांग की जा रही थी, जिसे पूरा किया गया।

प्रभावित परिवारों को मिलेंगे 50-50 हजार रुपये

उन्होंने बताया कि शिमला में अब तक छह शव मिले हैं, जबकि 30 लोग लापता हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, होमगार्ड और राज्य पुलिस एक साथ मिलकर काम कर रही है। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि नदी-नालों से 10 मीटर तक घरों-दुकानों का निर्माण नहीं करने को लेकर सरकार ने कानून में संशोधन किया था, लेकिन उसका सख्ती से पालन नहीं हुआ। इसको लेकर मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों से एक प्रेजेंटेशन मांगा है। इस विषय पर सख्ती से कदम उठाने की जरूरत है।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel 'PUNJAB KESARI' को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Related Stories

No stories found.
logo
Punjab Kesari
www.punjabkesari.com