गौरतलब है कि 2 सितंबर को तमिलनाडु में एक आयोजन के दौरान उधयनिधि स्टालिन ने एक बयान में कहा था कि सनातन धर्म मलेरिया और डेंगू की तरह है। कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें खत्म करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते। उन्होंने अपने बयान में यहां तक कहा दिया कि मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते हैं। हमें उन्हें खत्म करना है। सनातन धर्म भी ऐसा ही है। सिर्फ सनातन धर्म का विरोध नहीं करना है, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला काम है।