विश्व में अभी भी कोरोना वायरस का खतरा बरकरार हैं। क्योंकि यह वायरस हर साल अपडेट होकर पूरी दुनिया के सामने आ जाता हैं। जैसे की चीन में कोरोना की चौथी लहर शुरू हो चुकी हैं जिसके चलते शंघाई में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया हैं। चीन के लोगों का इस महामारी से बुरा हाल हो चुका हैं।
वैक्सीन की कम देखी गई क्षमता
इसी बीच एक खबर सामने आ रहा है कि ओमिक्रोन के BA.1 वैरिएंट के खिलाफ कोविशील्ड की वैक्सीन की क्षमता को कम बताया गया हैं।जिसकों लेकर वैज्ञानिक काफी चिंता व्यक्त कर रहै हैं। जानकारी के मुताबिक वह लोग जिन्हें कभी भी कोरोना वायरस नहीं हुआ हैं और उन्होंने इस महामारी की दोनों डोज लगावा ली है तो उनमें इस BA.1 वैरिएंट के खिलाप उनकी न्यूट्रलाइजिंग पावर बहुत कम देखी गई हैं। हालांकि ऐसे लोगों में कम खतरा देखा गया जो पहले से इस वायरस की चपेट में आ चुके है ओर उन्होंने कोरोना वायरस की दोने डोज लगवा ली हैं।
वैक्सीन न लगवाने वालों के लिए अभी भी बना हुआ खतरा
कोविड रोधी टीका न लगवाने वाले लोग उन लोगों के लिए भी खतरा पैदा करते हैं जिन्होंने टीकाकरण करा लिया है। यह जानकारी सोमवार को प्रकाशित मॉडल अध्ययन से मिली है।कनाडा में टोरंटो विश्वविद्यालय के शोधार्थियों ने सार्स-कोव-2 (कोरोना वायरस) जैसी संक्रामक बीमारी के आयामों को समझने के लिए टीका नहीं लगवाने वाले और टीकाकरण करा चुके लोगों के मिश्रण के प्रभाव का पता लगाने के लिए एक सरल मॉडल का उपयोग किया।उन्होंने कृत्रिम रूप से आबादी का मिश्रण किया जिसमें लोगों का, टीकाकरण करा चुके लोगों के साथ संपर्क होने के साथ अन्य समूह के साथ भी संपर्क था।