कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने लोकसभा में अपनी पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी’ कहकर संबोधित करने से जुड़े विवाद पर शुक्रवार को कहा कि किसी भी संवैधनिक पद पर आसीन व्यक्ति समान रूप से सम्मानीय है और इस झंझट में पड़ने का कोई मतलब नहीं है कि वह व्यक्ति स्त्री है या पुरूष।
किसी पद पर आसीन व्यक्ति उस पद के अनुरूप
पूर्व केंद्रीय मंत्री तिवारी ने ट्वीट किया, ‘‘महिला हो या पुरुष, संवैधानिक पद पर आसीन कोई व्यक्ति समान रूप से आदरणीय है। सम्मान देना होता है और संस्था के प्रति आदर होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसी पद पर आसीन व्यक्ति उस पद के अनुरूप हो जाता है। इस झंझट में पड़ने का कोई मतलब नहीं है कि वह व्यक्ति स्त्री है या पुरुष।’’ चौधरी द्वारा राष्ट्रपति को ‘‘राष्ट्रपत्नी’’ कहकर संबोधित किए जाने को लेकर बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी और मुख्य विपक्षी दल ने एक-दूसरे पर तीखे प्रहार किये।
सोनिया गांधी के साथ अपमानजनक व्यवहार किया
भाजपा ने कांग्रेस को ‘आदिवासी, महिला और गरीब विरोधी’ करार देते हुए कहा कि मुख्य विपक्षी दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस ने दावा किया कि लोकसभा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कई भाजपा नेताओं ने सोनिया गांधी के साथ अपमानजनक व्यवहार किया, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माफी मांगनी चाहिए।
दूसरी तरफ, चौधरी ने सफाई देते हुए कहा कि ‘‘चूकवश’’ उनके मुंह से एक शब्द निकल गया, जिसे भाजपा ‘तिल का ताड़’ बना रही है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात कर माफी मांगेंगे, लेकिन इन ‘पाखंडियों’ से माफी नहीं मांग सकते।