आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में लोकसभा चुनाव को लेकर एक इंटरनल सर्वे कराया है जिसमें उन्होंने सातों सीटें जीतने का दावा किया है। आम आदमी पार्टी ने यह सर्वे 5 और 6 मार्च को कराया था और यह उस समय कराया गया था जब कांग्रेस ने उनका लोकसभा चुनावों में साथ देने से मना कर दिया था।
आम आदमी ने सर्वे में दिल्ली के लोगों से फोन पर ही राय मांगी। इस सर्वे में यह पता चला है कि आम आदमी पार्टी को इस चुनावों में कितने लोग वोट देना चाहते हैं। इस सर्वे में पता चला कि दिल्ली के कुल 52 प्रतिशत लोग आम आदमी पार्टी को इस लोकसभा चुनावों में वोट देंगे तो वहीं महज 36 फीसदी बीजेपी को वोट देंगे।
कांग्रेस का कैसा हाल दिखा आप के इस सर्वे में
आप के इस चुनावी सर्वे के मुताबिक 7 फीसदी कांग्रेस को वोट मिलेंगे तो वहीं 5 फीसदी अन्य को मिलेंगे। आम आदमी पार्टी ने अपने इस सर्वे को लेकर बात करते हुए कहा है कि कांग्रेस को इतने कम वोट मिलने की संभावना है कि यदि गठबंधन हो भी जाता तो कांग्रेस अपने हिस्से की सीटें हार जाती।
इसके अलावा आप ने अपने इस सर्वे में खुद के लिए कहा है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के लिए 2015 विधानसभा चुनाव जैसा माहौल है और नए क्लासरूम्स, फ्लाईओवर, पानी-सीवर की नई लाइनों समेत दूसरे विकास कार्यों के चलते पार्टी की लोकप्रियता का ग्राफ बढ़ा है।
व्यापारियों की राय क्या है सर्वे में
इस चुनावी सर्वे में आम आदमी पार्टी ने व्यापारियों की राय ली है। इस सर्वे में पता लगा है कि सीलिंग व्यापारी परेशान हैं। इस सर्वे में पता चला है कि सीलिंग, जीएसटी और नोटबंदी के कारण बीजेपी को बहुत नुकसान होने वाला है।
सर्वे के मुताबिक एक महीने पहले तक तो मुस्लिमों के कुद प्रतिशत वोट कांग्रेस की ही तरफ जा रहे थे लेकिन कांग्रेस ने आप के साथ गठबंधन से इंकार करके कांग्रेस ने यह दिखा दिया है कि वह बीजेपी की मदद कर रही है। इस वजह से कांग्रेस को मुस्लिम समुदाय सिर्फ 14 फीसदी ही वोट देते हुए दिखाई दे रहे हैं।
भारत पाक तनाव पर भी सवाल पूछे गए
लोगों से इस सर्वे में भारत पाक तनाव पर भी सवाल पूछे उन्होंने कहा कि देश पूरी तरह से सेना के साथ है लेकिन बीजेपी इसका राजनीतिकरण कर रही है। लोग भाजपा के नेताओं के बयानों से जरा भी खुश दिखाई नहीं पड़ रहे हैं। इस मामले पर 54 फीसदी लोगों ने कहा है कि बीजेपी मामले का राजनीतिकरण कर रही है जिसका नुकसान उसे उठाना पड़ेगा।