देश में एक बार फिर जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस (Pegasus) पर विवाद खड़ा हो गया है। अमेरिका के दैनिक समाचार पत्र ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ की एक रिपोर्ट में किए दावे के बाद से कांग्रेस एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमलावर हो गई। इस बीच लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा को कथित रूप से गुमराह करने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की है।
कांग्रेस नेता ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को रविवार को लिखे पत्र में कहा, ‘‘न्यूयॉर्क टाइम्स के हालिया खुलासे के आलोक में ऐसा लगता है कि मोदी सरकार ने संसद एवं सुप्रीम कोर्ट को गुमराह किया और देश की जनता से झूठ बोला।’’ उन्होंने आगे लिखा, ‘‘उपरोक्त के मद्देनजर मैं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव शुरू करने की मांग करता हूं क्योंकि उन्होंने पेगासस मामले में सदन को जानबूझकर गुमराह किया।’’
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से भी झूठ बोला, जब इससे पेगासस की खरीद एवं तैनाती के बारे में सीधे सवाल पूछे गये थे। कांग्रेस नेता ने उल्लेख किया कि अपने शपथ पत्र में सरकार ने पेगासस मामले में उसके खिलाफ ‘किसी या सभी’ आरोपों से पूरी तरह से इनकार किया है।
कांग्रेस नेता की मांग पर बोले केंद्रीय मंत्री-विशेषाधिकार प्रस्ताव में कोई दम नहीं
आईटी मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव की मांग पर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, विशेषाधिकार प्रस्ताव में कोई दम नहीं है क्योंकि ये मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। जब जांच चल रही है तो अभी इसपर किसी को भी कोई टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।
NYT ने अपनी रिपोर्ट में किया ये दावा
अमेरिका के दैनिक समाचार पत्र ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया कि भारत सरकार ने इजराइल के साथ 2017 में हुई मिसाइल डील के साथ इजराइली स्पाइवेयर पेगासस भी खरीदा गया था। ये डील 2 अरब डॉलर की थी।
पेगासस पर पिछले साल उस समय विवाद खड़ा हो गया था, जब भारत सहित कई देशों में पत्रकारों, मानवाधिकार रक्षकों, नेताओं और अन्य लोगों की जासूसी करने के लिए कुछ सरकारों द्वारा कथित तौर पर एनएसओ समूह के पेगासस सॉफ्टवेयर के उपयोग की बात सामने आई थी।