पीए चेयरपर्सन और कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने तवांग में भारत-चीन के जवानों के बीच हुई झड़प पर चर्चा की मांग की है। इसको लेकर विपक्षी दलों ने आज संसद परिसर के अंदर गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने चीन पर चर्चा की मांग को लेकर समान विचारधारा वाले विपक्षी नेताओं को बुलाया था। इससे पहले सीपीपी की बैठक में सोनिया गांधी ने चीन मुद्दे पर चिंता जताई।
सोनिया गांधी ने कहा कि चीन की ओर से सीमा पर अतिक्रमण गंभीर चिंता का विषय है। सरकार अपनी जिद पर अड़ी है और संसद में चीन के अतिक्रमण पर चर्चा नहीं करवा रही है। उन्होंने कहा कि जनता और संसद को सीमा पर वास्तविक स्थिति का पता नहीं लग पा रहा है। आखिर चीन के अतिक्रमण का सरकार आर्थिक जवाब क्यों नहीं दे रही है?
जून 2020 में हमारे 20 जवान क्यों मारे गए थे?- थरूर
वहीं, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी चीन के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा है। थरूर ने कहा है, ”विपक्ष संसद में भारत-चीन सीमा विवाद पर बातचीत की मांग कर रहा है। सरकार लोगों के लिए जवाबदेह है, हम सब देश की रक्षा के लिए खड़े हैं। सीमा पर क्या स्थिति है, जून 2020 में हमारे 20 जवान क्यों मारे गए थे? ये पता होना चाहिए।”
चीन से व्यापार बंद करने की मांग कर रहा विपक्ष
दरअसल अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर में पिछले दिनों चीन और भारत के जवानों के बीच हुई झड़प के बाद विपक्ष और सरकार आमने सामने हैं। इस मुद्दे पर संसद में भी रोजाना हंगामा हो रहा है। वहीं, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने सरकार पर चीन को सशक्त करने का आरोप लगाया है। विपक्ष की मांग है कि सरकार को चीन के साथ तुरंत व्यापार बंद कर देना चाहिए, जिससे चीन को आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़े।