चिंतन शिविर के बाद चिंता में कांग्रेस की नैया, तीसरे कद्दावर नेता ने छोड़ी पार्टी - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

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चिंतन शिविर के बाद चिंता में कांग्रेस की नैया, तीसरे कद्दावर नेता ने छोड़ी पार्टी

देश पर दशकों तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी अपनी सियासी काल में सबसे बुरे दिनों का सामना कर रही हैं। संन 2014 के बाद से ही कांग्रेस पार्टी में फूट सिलसिला जारी हैं, एक -एक करके बड़े व स्थानीय नेता पार्टी को अलविदा कह रहे हैं ।

देश पर दशकों तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी अपनी सियासी काल में सबसे बुरे दिनों का सामना कर रही हैं। संन 2014 के बाद से ही कांग्रेस पार्टी में फूट का सिलसिला जारी हैं, एक -एक करके बड़े व स्थानीय नेता पार्टी को अलविदा कह रहे हैं । कांग्रेस में पार्टी नेतृत्व को लेकर सवाल उठ रहे हैं, खासकर गांधी परिवार पर निशाना लगाया जाता हैं, पार्टी के एक गुट ने गांधी परिवार का नेतृत्व मानने से साफ इंकार कर दिया हैं, जिस गुट में कपिल सिब्बल भी थे । आज राज्यसभा सांसद का नामांकन भरते समय भी कपिल सिब्बल ने कांग्रेस के कठघरे में खड़ा कर दिया हैं।  
इस साल कांग्रेस को अलविदा कहने वाले सिब्बल पांचवे बड़े नेता 
आज सार्वजनिक रूप से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कांग्रेस छोड़ दी है और इस तरह से वह इस साल कांग्रेस छोड़ने वाले पांचवें बड़ नेता हैं।
चिंतन शिविर के एक दिन बाद ही पार्टी से दे दिया था इस्तीफा – कपिल सिब्बल 
कपिल सिब्बल ने बुधवार को खुद कांग्रेस छोडने की जानकारी देते हुए बताया कि वह कांग्रेस के उदयपुर चिंतन शिविर के एक दिन बाद 16 मई को पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वह समाजवादी पार्टी के समर्थन से राज्यसभा के लिए उत्तर प्रदेश से नामांकर कर रहे हैं।
गांधी परिवार के नेतृत्व के खिलाफ मुखर की थी आवाज 
कपिल सिब्बल कांग्रेस के उन प्रमुख नेताओं में शामिल रहे हैं जो पार्टी में लगातार नेतृत्व परिवर्तन की मांग करते रहे हैं। पार्टी नेतृत्व में बदलाव की मांग करने वाले समूह 23 के वह प्रमुख नेता रहे हैं। श्री सिब्बल लगातार पार्टी नेतृत्व को लेकर सवाल उठाते रहे हैं इसलिए काफी समय से उनके रिश्ते कांग्रेस आलाकमान के साथ अच्छे नहीं चल रहे थे और आखिर उन्होंने पार्टी छोड़ दी।
पंजाब कांग्रेस का सत्ता का सूखा खत्म करने वाले सुनील जाखड़ ने भी छोड़ी पार्टी थामा भाजपा का दामन  
कांग्रेस के उदयपुर में चल रहे चिंतन शिविर के बीच पार्टी के बड़ नेता तथा पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया और वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना करने के कारण पार्टी नेतृत्व ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था और उसके बाद से उनके कांग्रेस छोड़ने की अटकलें तेज हो गई थीं।
आरोपों की बौछार कर युवा नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस का छोड़ा साथ 
उदयपुर चिंतन शिविर के ठीक बाद में गुजरात कांग्रेस के बड़ नेता हार्दिक पटेल ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। हार्दिक ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब उनसे मिलते तो वह मोबाइल फोन पर व्यस्त रहते और गुजरात जाते तो कांग्रेसी उनके लिए सेंडविच तैयार करने में ही लगे रहते।
उत्तर प्रदेश चुनाव में पूर्व केंद्रिय मंत्री आरपीएन सिंह ने खरीखोटी सुनाकर कांग्रेस छोड़ थामा था भाजपा का दामन 
फरवरी में पूर्व कानून मंत्री अश्वनी कुमार ने कांग्रेस से अपना चार दशक पुराना नाता खत्म कर कांग्रेस को खरीखरी सुनाई और कहा कि निकट भविष्य में कांग्रेस को पतन की ओर जाते हुए देख रहे हैं। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में शुमार पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी से 30 साल पुराना रिश्ता तोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्होंने कहा कि वह तीन दशक से ज्यादा समय से कांग्रेस की सेवा में रहे लेकिन कांग्रेस अब वो पार्टी नहीं रही जो पहले हुआ करती थी।
 

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