देश में दिवाली के अलगे दिन सूर्य ग्रहण हो चुका है। एक बार फिर 8 नवंबर को भारत और दुनिया के कई अन्य देशों में पूर्ण चंद्र ग्रहण देने वाला है।इस तरह दो ग्रहण एक साथ भारत में दिखने से इनका गहरा असर होगा। प्रसिद्ध खगोल विज्ञानी देबी प्रसाद दुआरी ने यह जानकारी दी।
बता दे कि भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और रूस के अलावा एशिया के कई अन्य हिस्सों, उत्तर व दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अटलांटिक महासागर व प्रशांत महासागर क्षेत्र के लोग इस खगोलीय घटना का दीदार कर सकेंगे।8 नवंबर 2022 को कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली है और इस दिन चंद्र ग्रहण होगा। ये ग्रहण भारत में दिखेगा, इस कारण इसका सूतक भी रहेगा। चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है।
कुछ देशों में आंशिक चंद्र ग्रहण नजर आएगा
पूर्ण चंद्र ग्रहण हर जगह नहीं दिखाई देगा और शुरुआत में लातिन अमेरिका के कुछ देशों में आंशिक चंद्र ग्रहण नजर आएगा।उन्होंने कहा कि आठ नवंबर को भारतीय समयानुसार दोपहर दो बजकर 39 मिनट पर चंद्र ग्रहण शुरू होगा और लगभग तीन बजकर 46 मिनट पर यह पूर्ण चरण में पहुंच जाएगा। साढ़े चार बजे के आसपास चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया से ढक जाएगा।
सभी हिस्सों में ग्रहण चंद्रोदय के समय से दिखाई देगा
पूर्ण ग्रहण पांच बजकर 11 मिनट पर समाप्त हो जाएगा, जबकि आंशिक ग्रहण शाम के छह बजकर 19 मिनट के आसपास खत्म होगा।उन्होंने कहा, ”भारत के सभी हिस्सों में ग्रहण चंद्रोदय के समय से दिखाई देगा, लेकिन आंशिक और पूर्ण, दोनों ही रूपों के प्रारंभिक चरण नहीं दिखाई देंगे, क्योंकि दोनों घटनाएं तब शुरू होंगी, जब देश में चंद्रमा हर जगह क्षितिज से नीचे होगा।”दुआरी ने बताया कि कोलकाता सहित पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों के लोग पूर्ण चंद्र ग्रहण के गवाह बन सकेंगे, जबकि देश के बाकी हिस्सों में लोगों को केवल ग्रहण का आंशिक चरण और उसमें होने वाली प्रगति दिखाई देगी।
अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण सात सितंबर 2025 को देगा दिखाई
कोलकाता शहर में चंद्रमा पूर्वी क्षितिज से लगभग चार बजकर 52 मिनट पर निकलना शुरू होगा और इसके दो मिनट बाद पूरी तरह से दिखाई देगा।दुआरी ने बताया कि नयी दिल्ली में चंद्रोदय के बाद लगभग साढ़े पांच बजे से आंशिक ग्रहण देखा जा सकेगा, जिसमें चंद्रमा 66 प्रतिशत ढका नजर आएगा। उन्होंने कहा कि भारत में अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण सात सितंबर 2025 को दिखाई देगा।