पंजाब कांग्रेस में उथल-पुथल के बाद छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव सोमवार को यहां पहुंचे जिससे छत्तीसगढ़ कांग्रेस में फिर घमासान के आसार बढ़ गये हैं, हालांकि सिंहदेव ने कहा है कि उनका विवाद सुलझ चुका है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सिंहदेव के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद चल रहा है। सिंहदेव का कहना है कि जब छत्तीसगढ़ में जब कांग्रेस की सरकार बनी थी तो तय हुआ था कि ढाई साल बाद बघेल मुख्यमंत्री पद छोड़ देंगे और उनकी जगह सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
अगस्त में जब सिंहदेव अपना पक्ष लेकर दिल्ली पहुंचे तो मामला गरमा गया और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बघेल तथा सिंहदेव को तलब किया। दोनों नेताओं के साथ राहुल गांधी ने लम्बी बातचीत की। उन्होंने अलग-अलग भी दोनों नेताओं से बात की। बघेल से आखिरी दौर की वार्ता के बाद गांधी ने कहा कि वह एक सप्ताह बाद खुद रायपुर जाकर सारा विवाद सुलझा देंगे लेकिन उसके बाद कई सप्ताह बीत गये पर गांधी छत्तीसगढ़ नहीं गये।
सिंहदेव के सोमवार को अचानक दिल्ली आने से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की राजनीति गरमा गयी है, हालांकि सिंहदेव का कहना है कि वह निजी यात्रा पर दिल्ली आये हैं। बघेल तथा उनके बीच अब स्थिति सामान्य है और उनके विवाद का समाधान हो चुका है।
समझा जाता है कि सिंहदेव राहुल से मिलने का समय मांग सकते हैं। उन्होंने हालांकि पत्रकारों से कहा कि वह अपनी बहन के जन्मदिन पर दिल्ली आये हैं। यह पूछने पर कि क्या वह राहुल गांधी से मिलेंगे तो उन्होंने कहा कि राहुल गांधी तो शहर से बाहर हैं। उनसे कैसे मिल सकते हैं। उन्होंने फिर कहा कि छत्तीसगढ़ में कोई विवाद नहीं है और मामला सुलझा दिया गया है।