सरकार ने सेना में भर्ती को लेकर एक नई योजना (अग्निपथ) को लागू किया, लेकिन सरकार को अन्देशा नहीं था कि उनके इस फैसले का इतने भारी विरोध प्रदर्शन होगा। अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को लेकर देशभर में युवा सड़कों पर उतर आए हैं, उनके इस विरोध को विपक्ष का भी पूरा सहयोग मिल रहा है।
प्रदर्शन कर रहे युवाओं का सबसे बड़ा सवाल है कि 4 साल सेवा के बाद 75 फीसदी कैडर के भविष्य का क्या होगा? वे बेरोजगार हो जायेंगे! हालांकि युवाओं के प्रदर्शन के बाद सरकार बैकफुट पर नजर आई। सरकार ने कुछ बड़े फैसले लेते हुए युवाओं को शांत करने की कोशिश में कदम बढ़ाती हुई नजर आई।
अग्निवीरों को रक्षा मंत्राल में आरक्षण
रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की है कि आवश्यक पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले अग्निवीरों को रक्षा मंत्रालय की नौकरियों में 10% तक आरक्षण मिलेगा। ये 10% आरक्षण भारतीय तटरक्षक बल और दूसरे सिविलियन पोस्ट और सभी 16 रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में लागू किया जाएगा। यह आरक्षण भूतपूर्व सैनिकों के लिए मौजूदा आरक्षण से अलग होगा।
CAPF और असम राइफल्स में 10% आरक्षण
गृह मंत्रालय की ओर से भी अग्निवीरों के लिए ऐलान किया है, जिसके अनुसार अग्निवीर 4 साल की सेवा के बाद बाहर आते हैं तो उनके लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और असम राइफल्स की नौकरियों में उन्हें 10 फीसदी आरक्षण दिया जायेगा।
इसके साथ ही मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और असम राइफल्स में अग्निवीरों की भर्ती में उपरी आयु सीमा में 3 साल की छूट का ऐलान किया, जबकि अग्निवीरों के पहले बैच के लिए ये छूट 5 साल होगी।
आयु सीमा में छूट
अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की अधिकतम आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दी गई है। हालांकि ये रियायत केवल इसी साल यानी 2022 की भर्ती प्रक्रिया में ही लागू होगी। क्योंकि पिछले दो सालों में कोरोना की वजह से भर्तियां नहीं हुई हैं। जिसको लेकर युवाओं में नाराजगी है। इस तरह से 2022 बैच के अग्निवीर 28 साल की आयु तक रक्षा मंत्रालय की नौकरियों में आवेदन कर सकेंगे।
12वीं पास का सर्टिफिकेट
अग्निवीरों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास है। ऐसे में उन्हें 4 साल की सेवा के बाद अपनी आगे की पढ़ाई को लेकर चिंता हो सकती थी। इस समस्या के निदान के लिए स्कूली शिक्षा विभाग ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल (NIOS) के जरिए उन्हें 12वीं तक पढ़ाई करने का विकल्प दिया गया। इसके लिए NIOS जरूरी बदलाव करने जा रहा है।
बैचलर डिग्री का स्पेशल कोर्स
शिक्षा मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए 3 साल का विशेष स्किल बेस्ड बैचलर डिग्री लॉन्च करने का फैसला लिया है। इसमें अग्निवीरों द्वारा 4 साल की सेवा के दौरान सीखे गए टेक्निकल स्किल को प्राथमिकता दी जाएगी। जानकारी के अनुसार, इस कोर्स को IGNOU के साथ मिलकर डिजाइन किया जा रहा है।