प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने द्विपक्षीय व्यापार से जुड़े विवादों पर शुक्रवार को अपनी चिंता व्यक्त की और मुद्दों को सुलझाने के लिए दोनों पक्षों के बीच वाणिज्य मंत्री स्तर की बैठक जल्द आयोजित करने पर सहमति जताई।
ट्रम्प ने अभी एक दिन पहले, भारत से दलहन, बादाम और अखरोट सहित कुछ अमेरिकी उत्पादों पर हाल में लगाए गए ‘ऊंचे शुल्क’ वापस लेने की मांग की थी।
दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में व्यापार एक महत्वपूर्ण पहलू है आर यह तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि बीते महीनों में बाजार खोलने पर विवाद और प्र शुल्क बढ़ाने के कुछ मुद्दों को लेकर दोनों के बीच विवाद गहराने की आशंका पैदा हो गयी है।
विदेश सचिव विजय गोखले ने मोदी-ट्रंप के बीच हुई मुलाकात को लेकर संवाददाताओं को बताया कि दोनों देशों के शीर्ष नेताओं ने व्यापार से जुड़े मुद्दों पर बातचीत की।
उन्होंने कहा , ‘दोनों नेताओं ने व्यापार पर बातचीत की। इस दौरान दोनों ने अपनी-अपनी चिंता जाहिर की और एक – दूसरे के हितों पर बात की। इस बात पर सहमति बनी है कि दोनों देशों के वाणिज्य मंत्री जल्द से जल्द बैठक करेंगे और व्यापार मोर्चे पर चल रहे मुद्दों को सुलझाने का प्रयास करेंगे।’
गोखले ने कहा, ‘बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से उल्लेख किया कि व्यापार की तरजीही व्यवस्था (जीएसपी) से भारत को अलग किए जाने के बाद ही हमने अमेरिका के खिलाफ थोड़ी बहुत कार्रवाई की है। अब हमें इससे आगे बढ़ना चाहिए और इस बात पर विचार करना चाहिए इन मुद्दों को कैसे सुलझाया जा सकता है।’
विदेश सचिव ने कहा कि ट्रंप ने इस विचार का स्वागत किया है। मोदी-ट्रंप की मुलाकात के दौरान वहां अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर और वित्त मंत्री स्टीवन न्युचिन मौजूद रहें।
उन्होंने कहा, ‘इसलिए हम जल्द बैठक की उम्मीद कर रहे हैं। बैठक वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री या व्यापार प्रतिनिधि के स्तर पर होगी इस पर फैसला होना बाकी है।’
गोखले ने कहा, ‘दोनों नेताओं के बीच सार्थक बातचीत हुई। हम चीजों को आगे लेकर जाएंगे। ‘ट्रंप ने बृहस्पतिवार को कहा था कि अमेरिकी उत्पादों पर भारत का ‘ऊंचा शुल्क’ अस्वीकार्य है और इसे वापस लिया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप से मुलाकात के बाद ट्वीट में कहा , ‘राष्ट्रपति ट्ंरप के साथ व्यापक चर्चा हुई। हमने प्रौद्योगिकी की ताकत का लाभ उठाने , रक्षा एवं सुरक्षा संबंधों में सुधार के साथ – साथ व्यापार से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।’ उन्होंने कहा, ‘भारत अमरीका के साथ आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।’