काबुल में भारतीय राजदूत एवं दूतावास के कर्मियों समेत 120 लोगों को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विमान गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पहुंचा। सी-17 ग्लोबमास्टर प्लेन से इन लोगों को लाया गया था। इनको थोड़ा आराम करवाने के लिए पहले गुजरात के जामनगर रोका गया था। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सी-19 विमान पूर्वाह्न 11 बजकर 15 मिनट पर जामनगर में वायुसेना अड्डे पर उतरा और फिर वह ईंधन भराने के बाद तीन बजे अपराह्न दिल्ली के समीप स्थित हिंडन एयरबेस के लिए रवाना हो गया। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां पैदा हालात के मद्देनजर आपात स्थिति में लोगों को वहां से निकालने के लिए इस विमान ने भारतीय कर्मियों को लेकर काबुल से उड़ान भरी थी।
अधिकारी ने बताया कि सी-17 विमान से उतरने के बाद यात्रियों का वहां मौजूद लोगों ने स्वागत किया। कई यात्रियों को माला पहनायी गयी एवं कई अन्य ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते नजर आये। अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत रूद्रेंद्र टंडन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि काबुल में स्थिति अब बहुत जटिल और नाजुक है तथा वहां फंसे लोगों को वाणिज्यिक उड़ान सेवाएं बहाल होने के बाद वापस लाया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ सुरक्षित घर पहुंचकर खुश हूं। हमारा एक बहुत बड़ा मिशन है। हमारा 192 कर्मियों का मिशन है जिन्हें दो चरणों में तीन दिनों के अंदर ही बहुत व्यवस्थित तरीके से अफगानिस्तान से निकाला गया।’’ पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत का पदभार ग्रहण करने वाले टंडन ने कहा कि दूतावास ने काबुल में तेजी से बदलती परिस्थिति में मुश्किल में फंसे कई भारतीयों की मदद की एवं उन्हें शरण दी।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं क्योंकि अब भी कुछ भारतीय नागरिक वहां हैं। यही वजह है कि एयर इंडिया काबुल के लिए अपनी वाणिज्यिक सेवाएं जारी रखेगी। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ आपके स्वागत का हम सभी पर गहरा असर हुआ है। भारतीय वायुसेना को धन्यवाद, जो ऐसी असामान्य स्थिति में हमें निकाल कर लायी है।’’ उन्होंने कहा कि भारत की सोच अफगान लोगों के कल्याण के लिए काम जारी रखना है। भारतीयों को निकालने की मुहिम के तहत अफगानिस्तान से भारत आने वाला यह दूसरा विमान है। इससे पहले, काबुल में हवाईअड्डे पर परिचालन निलंबित होने से पहले सोमवार को एक अन्य सी-19 विमान भारतीय दूतावास के कुछ कर्मियों समेत करीब 40 लोगों को अफगानिस्तान से भारत लाया था।
गुजरात के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री धर्मेंद्र सिंह जडेजा ने कहा, ‘‘विमान से आए लोगों को मध्याह्न भोजन कराया गया।’’ गुजरात सरकार ने एक विज्ञप्ति में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद युद्ध ग्रस्त देश में ‘‘फंसे भारतीय नागरिकों एवं अधिकारियों को निकालने के अभियान की निजी तौर पर निगरानी कर रहे’’ हैं।
जामनगर की भाजपा सांसद पूनमबेन मदाम ने ट्वीट किया, ‘‘ माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई वाली सरकार अफगानिस्तान में फंसे अपने देशवासियों को निकालने के लिए लगातार काम कर रही है। एक ऐसे ही अभियान के तहत वायुसेना का विमान सी -17 नयी दिल्ली जाने के रास्ते में जामनगर में उतरा। जामनगर में 150 भारतीयों का जोरदार स्वागत किया गया।’’