सिंगापुर एयरलाइन्स ने मंगलवार को कहा कि उसकी साझेदारी वाली विमानन कंपनी विस्तार का टाटा समूह की एयर इंडिया में विलय होगा।
विस्तार में टाटा समूह की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बाकी 49 प्रतिशत हिस्सेदारी सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) के पास है। इस विलय सौदे के तहत एसआईए एयर इंडिया में 2,058.5 करोड़ रुपये का निवेश भी करेगी। एयर इंडिया और विस्तारा एयरलाइंस के विलय की जानकारी देते हुए सिंगापुर एयरलाइंस ने जारी बयान में कहा कि उसके बोर्ड ने विलय को मंजूरी दे दी है. साथ ही डील के हिसाब से टाटा संस के साथ विस्तारा के ज्वाइंट वेंचर को एयर इंडिया में विलय करने के बाद एयर इंडिया के नए स्वरूप में सिंगापुर एयरलाइंस की 25.1 फीसदी हिस्सेदारी होगी. फिलहाल सिंगापुर एयरलाइंस की टाटा सिंगापुर एयरलाइंस में 49 फीसदी हिस्सेदारी है. सिंगापुर एयरलाइंस विलय के रेग्युलेटरी अप्रूवल मिलने के बाद एयर इंडिया में 250 मिलियन डॉलर यानि 2000 करोड़ रुपये निवेश करेगा. सिंगापुर एयरलाइंस और टाटा के बीच 2022-23 और 2023-24 में एयर इंडिया के ग्रोथ ऑपरेशन की फंडिंग के लिए अतिरिक्त पूंजी निवेश को लेकर भी सहमति बन गई है.
सिंगापुर एयरलाइंस ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘इस सौदे से एसआईए की सभी प्रमुख बाजारों में अच्छी मौजूदगी रखने वाले एयर इंडिया में हिस्सेदारी 25.1 प्रतिशत हो जाएगी। एसआईए और टाटा का लक्ष्य मार्च 2024 तक इस विलय को पूरा करना है। यह नियामकीय मंजूरी पर भी निर्भर करता है।’’