लॉकडाउन के दौरान केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक सोमवार से देशभर में शराब की दुकानें खुल गई है। इसके साथ ही राज्यों ने कई और आर्थिक गतिविधियों को अनुमति दे दी है। शराब की दुकानें खुलने के कारण पुलिसकर्मियों को भीड़ को नियंत्रित करने और सोशल डिस्टन्सिंग के नियम का पालन कराने में भारी समस्या का सामना करना पड़ा।
देश के अलग-अलग राज्यों में खुली शराब की दुकानें के बाहर लोगों की भीड़ उमड़ी है। इस दौरान पुलिसकर्मियों को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए दो-दो हाथ होना पड़ा। वहीं कई इलाकों में सोशल डिस्टन्सिंग के नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ा दी गई।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लक्ष्मी नगर में इलाक़े में शराब की दुकानों के बाहर लोग लम्बी कतारों में खड़े नजर आए। कश्मीरी गेट पर शराब की दुकान के बाहर खड़े लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। वहीं मयूर विहार में लोगों के सोशल डिस्टन्सिंग ना बनाने के कारण वहां एक दुकान को बंद ही कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ प्रदेश के अन्य शहरों में भी शराब की दुकानें खुलने से पहले ही दुकानों के बाहर लम्बी कतारें देखी गई। इस दौरान कई जगह पर तो सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ रही हैं। लोग बड़ी मात्रा में शराब की बोतलें स्टॉक करने के लिए खरीद रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के राजनांदगाव में सोशल डिस्टन्सिंग के नियमों को अनदेखी करते हुए भारी संख्या में लोग शराब खरीदने के लिया इखट्टा हुए। कोरोना संकट के बीच लोग एक-दूसरे से बिना फासले के खड़े नजर आए। राजधानी रायपुर एवं राज्यभर से मिल रही खबरों के मुताबिक 43 दिनों बाद आज शराब की दुकाने खुलने से पहले ही मदिरा प्रेमियों की कतारे लगनी शुरू हो गई थी।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) के लॉकडाउन के नियमों में ढील देने के बाद शराब की करीब 150 दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है। ये दुकानें सुबह नौ बजे से शाम साढ़े छह बजे तक खुल सकती हैं।