पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारत ने लद्दाख में स्पेशल फोर्सेज की तैनाती कर दी है। सुत्रों के अनुसार देश के विभिन्न हिस्सों से पैरा स्पेशल फोर्स की यूनिट को लद्दाख में ले जाया गया है, जहां पर वे अभ्यास कर रहे हैं। बता दें, साल 2017 पाकिस्तान के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राई में स्पोशल फोर्सेज ने अहम भूमिका निभाई थी। सूत्रों ने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो स्पेशल फोर्सेज का इस्तेमाल चीन के खिलाफ भी किया जा सकता है।
फोर्सेज की टुकड़ियों को पूर्वी लद्दाख की घटना से पूरी तरह से अवगत कराया गया है, जिसे चीन के साथ गतिरोध या दुश्मनी बढ़ने पर अंजाम देना पड़ सकता है। ज्ञात हो कि देश में 12 से अधिक स्पेशल फोर्सेज की रेजिमेंट मौजूद हैं जो अलग-अलग इलाकों में ट्रेनिंग लेती हैं।
बता दें कि पूर्वी लद्दाख में विभिन्न क्षेत्रों में भारत और चीन सैनिकों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। गलवान घाटी में 15 जून को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें 20 जवान शहिद हो गए थे और चीन के भी 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए थे। हालांकि, चीन ने अभी तक मारे गए अपने सैनिकों की संख्या या अन्य जानकारी नहीं दी है।
वहीं,भारत भी अपने सैनिकों की शहादत का बदला चीन से अलग-अलग ठंग से लेना शुरू कर चुका है। बीते सोमवार यानी 29 जून को सरकार ने चीन को आर्थिक चोट पहुंचाते हुए चीन के 59 ऐप्स को बैन करके उसे बड़ा झटका दिया। इसके अलावा चीन की कंपनियों से करार भी रद्द किए जा रहे हैं।
इस बीच, चीन के साथ जारी तनाव के मद्देनजर सरकार कई बड़े फैसले भी ले रही है। गुरुवार को रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक में 21 मिग-29 और 12 सुखोई (एसयू-30 एमकेआई) लड़ाकू विमानों की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा 59 मौजूदा मिग-21 एस को अपग्रेड भी किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि रूस के साथ हो रही इस डील की कुल कीमत 18,148 करोड़ रुपये है।